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३- पुरिमड्ढ प्रषड्ढ - पच्चक्खाण । ४- एगाला बियासण तथा एकलठाने का पच्चकखाण,,
[ विकृति का अर्थ और उस के भेद । ] ५ - प्रायंबिल - पच्चक्खाण | ६- तिविहाहार उपवास-पच्चक्खाण । ७- चउव्विहाहार उपवास-पच्चक्खाण । गत के पच्चक्खाण ।
१- पाणहार-पच्चक्खाण । २ - चविवहाहार-पच्चक्खाण । ३- तिविहाहार- पच्चक्खाण । ४- दुविहाहार- पच्चक्खाण । ... ५- देसावगासिय पच्चक्खाण ! ५२. संथारा पोरिसी ।
[ द्रव्यादि चार चिन्तन । ] ५३. स्नातस्या की स्तुति । विधियाँ । सामायिक लेने की विधि |
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[ लोगस्स के काउस्सग्ग का काल-मान ] [ पडिलेहण के पचास बोल |] सामायिक पाने की विधि । देवसिक - प्रतिक्रमण की विधि | [ चैत्य-वन्दन के बारह अधिकारों का विवरण | ] रात्रिक-प्रतिक्रमण की विधि | पौषध लेने की विधि |
देव वन्दन की विधि ।
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