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भरहेसर की सज्झाय । शालिभद्र, भद्रबाहु स्वामी, दशार्णभद्र, प्रसन्नचन्द्र, यशोभद्र सूरि ॥३॥
जम्बूस्वामी, वङ्कचूल राजकुमार, गजसुकुमाल, अवन्तिसुकुमाल, धन्ना श्रेष्ठी, इलाचीपुत्र, चिलातीपुत्र, युगबाहु मुनि ॥४॥ ____ आर्यमहागिरि , आर्यरक्षित सूरि , आर्यसुहस्ति सूरि, उदाबन नरेश, मनकपुत्र, कालिकाचार्य, शाम्बकुमार, प्रद्यम्नकुमार, मूलदेव ॥५॥
प्रभवस्वामी, विष्णुकुमार, आर्द्रकुमार, दृढपहारी, श्रेयांसकुमार, कूरगड्डु साधु, शय्यंभव स्वामी और मेघकुमार ॥६॥
इत्यादि महापराक्रमी पुरुष, जो अनेक गुणों से युक्त हो गये हैं और जिन का नाम लेने से ही पाप-बन्धन टूट जाते हैं; वे हमें सुख देवें ॥७॥ * सुलसा चंदनवाला, मणोरमा मयणरेहा दमयंती।
नमयासुंदरी सीया, नंदा भद्दा सुभद्दा य ॥८॥ रायमई रािसदत्ता, पउमावइ अंजणा सिरीदेवी । जिट्ट सुजिट्ट मिगावइ, पभावई चिल्लणादेवी ॥९॥ बंभी सुंदरि रुप्पिणि, रेवइ कुंती शिवा जयंती अ। * सुलसा चन्दनबाला, मनोरमा मदनरेखा दमयन्ती ।
नर्मदासुन्दरी सीता, नन्दा भद्रा सुभद्रा च ॥८॥ राजीमती ऋषिदत्ता, पद्मावत्यञ्जना श्रीदेवी। ज्येष्ठा सुज्येष्ठा मृगावती, प्रभावती चेल्लगादेवी ॥९॥ ब्राह्मी सुन्दरी रुक्मिणी, रेवती कुन्ती शिवा जयन्ती च ।
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