SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 113
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ बैल अयोध्या मुसीमा पृथ्वी लोगस्स। तीर्थङ्करों के माता पिता आदि के नाम । तीर्थङ्कर-नाम। पितृ-नाम । मातृ-नाम। | जन्म-स्थान। लाञ्छन। १ऋषभदेव । नाभि मरुदेवी अयोध्या २ आजितनाथ जितशत्र विजया अयोध्या हाथी ३. संभवनाथ जितारि सेना श्रावस्ति | घोड़ा अभिनन्दन । संवर सिद्धार्थी बन्दर ५ मुमतिनाथ मेघरथ मुमङ्गला अयोध्या क्रौञ्च पद्मप्रभ धर कौशाम्वी पद्म सुपार्श्वनाथ सुप्रतिष्ठ काशी स्वस्तिक चन्द्रप्रभ महासेन लक्ष्मणा चन्द्रपुरी चन्द्र सुविधिनाथ मुग्रीव श्यामा काकंदी मगर शीतलनाथ दृढरथ नन्दा भद्दिलपुर श्रीवत्स श्रेयांसनाथ विष्णु विष्णु सिंहपुर | गेंडा १२ वासुपूज्य | वसुपूज्य जया चम्पानगरी विमलनाथ कृतवर्म रामा कम्पिलपुर सूअर १४ अनन्तनाथ सिंहसेन सुयशा अयोध्या | बाज १५. धर्मनाथ भानु सुव्रता रत्नपुर वज्र १६ शान्तिनाथ विश्वसेन अचिरा हस्तिनापुर मृग कुन्थुनाथ सूर हस्तिनापुर बकरा १८ अरनाथ मुदर्शन देवी हस्तिनापुर । नन्दावर्त मल्लिनाथ कुम्भ प्रभावती मिथिला मुनिसुव्रत सुमित्र पद्मा राजगृह कछुआ नमिनाथ मिथिला नीलकमल २२) नेमिनाथ समुद्रावजय शिवादेवी | सौरीपुर शङ्ख २३ पार्श्वनाथ अश्वसेन . काशी सॉप २४ महावीरस्वामी सिद्धार्थ त्रिशला क्षत्रियकुण्ड सिंह ___यह वर्णन श्रावश्यकनियुक्ति गा० ३८२-३८६ में है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org भंसा १३ श्री । कुम्भ विजय वप्रा वामा
SR No.003649
Book TitlePanch Pratikraman
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSukhlal Sanghavi
PublisherAtmanand Jain Pustak Pracharak Mandal
Publication Year1921
Total Pages526
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Paryushan
File Size17 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy