________________
45555555555555555555555555555555555555555
[२] प्रथम गणधरनुं नाम कुल गणधरनी संख्या श्रमण संख्या श्रमणी संख्या
(९) श्री सुविधिनाथ भगवान
वराह
२,००,०००
१,२०,०००
(११) श्री शीतलनाथ भगवान
प्रभुनंद
___ ८१
१,००,०००
१,००,००६
(११) श्री श्रेयांसनाथ भगवान
कौस्तुभ
८४,०००
१,०३,०००
(१२) श्री वासुपूज्य स्वामी
सुभौम
(१३) श्री विमलनाथ भगवान
५७
६
८,०००
१,००,८००
(१४) श्री अनंतनाथ भगवान
(१५) श्री धर्मनाथ भगवान
अरिए
४३
६४,०००
६२,४००
(१६) श्री शांतिनाथ भगवान
६२,०००
चक्रायुध फ5555555555555555555555
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org