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चोवीसी
[३६] मल्ली तरु तल केवली, सहस मुनि संघात, ब्रह्म महोदय पद वर्या, वीर नमे परभात...३...
शीतलनाथ - [१०] दशमा स्वर्ग थकी चव्या, दशमा शीतलनाथ, भद्दिलपुर धनराशि अ, मानव गण शिव साथ...१... वानर योनि जिणंदने, पूर्वाषाढा जात, तिग वरसांतर केवली, प्रियंगु विख्यात...२... संयमधर सहसे वर्या, निरूपम पद निर्वाण, वीर कहे प्रभु ध्यानथी, भव-भव कोडि कल्याण...३...
श्रेयांसनाथ न [११] अच्युतथी प्रभु उतरया, सिंहपुर श्रेयांस, योनि वानर देव गण, देव करे परशंस...१... श्रवणे स्वामी जनमिया, मकर राशि दुग वास, छद्मस्था तिंदुक तले, केवल महिमा जास...२... वाचंयम सहसे सही, भव संततिनो छेह, श्री शुभ वीरने सांइशुं, अविचल धर्म सनेह.....३....
वासुपूज्य नु [१२] प्राणतथी प्रभु पांगर्या, चुंपे चंपा गाम, शिव मारग जाता थकां, चंपकतरु विसराम...१... अश्व योनिगण राक्षस, शतभिषा कुंभ राशि, पाडल हेठे केवली, मौनपणे इगवासि...२... षट शत साथे शिव थया, वासुपूज्य जिनराज, वीर कहे धन्य ते घडी, जब निरख्या महाराज...३...
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