________________
११४
अणुओगदाराई
शब्द विमर्श गच्छ-पहले जो कोई संख्या सोची जाती है वह गच्छ कहलाती है । वृत्तिकार ने गच्छ का अर्थ समुदाय किया है।' श्रेणी-गणित की प्रक्रिया में भंगों अथवा विकल्पों की रचना सीढी की तरह होती है अतः उसे श्रेणी अथवा पंक्ति कहा जाता है। परस्पर गुणाकार-अण्णमण्ण-परस्पर, अब्भास-गुणाकार । द्विरूपन्यून-दो (पूर्वानुपूर्वी और पश्चानुपूर्वी) को निकालने पर दो विकल्प कम हो जाते हैं।
१. अहाव.पृ. ४२ : गच्छ: समुदायः।
Jain Education Intemational
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org