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अणुओगदाराई
अवत्तव्वए य २३. अहवा ६. अस्थि पूर्व्यश्च अनानुपूर्वी च अवक्तव्यकानि आणपुव्वीओ य अणाणुपुब्वी य च २४. अथवा ७. अस्ति आनुपूय॑श्च अवत्तव्वयाइं च २४. अहवा ७. अनानुपूर्व्यश्च अवक्तव्यकञ्च २५. अत्थि आणुपुव्वीओ य अणाणु- अथवा ८. अस्ति आनुपूर्व्यश्च अनानुपुग्वीओ य अवत्तब्वए य २५. पूय॑श्च अवक्तव्यकानि च २६ । अहवा ८. अत्थि आणुपुत्वोओ य (एते अष्टौ भङ्गाः) एवं सर्वे पि अणाणपुव्वीओ य अवत्तव्वयाइं षड्विंशतिः भङ्गाः। तदेतद् नैगमच २६ । (एए अट्ट भंगा)। एवं व्यवहारयोः भङ्गसमुत्कीर्तनम् । सव्वे वि छन्वीसं भंगा। से तं नेगम-ववहाराणं भंगसमुक्कितणया॥
हैं और अवक्तव्य है। २६. अथवा ८. आनुपूवियां हैं, अनानुपूर्वियां हैं और अवक्तव्य हैं। (ये आठ त्रिसांयोगिक विकल्प हैं।) इस प्रकार सब मिलाकर छब्बीस विकल्प होते हैं । वह नैगम और व्यवहारनय सम्मत भंगसमुत्कीर्तन है।"
११८. एयाए णं नेगम-ववहाराणं एतेन नैगम-व्यवहारयोः भङ्ग- ११८. इस नैगम और व्यवहारनय सम्मत भंग
भंगसमुक्कित्तणयाए कि पओयणं? समुत्कीर्तनेन कि प्रयोजनम् ? एतेन समुत्कीर्तन का क्या प्रयोजन है ? एयाए णं नेगम-ववहाराणं भंग- नैगम-व्यवहारयोः भङ्गासमुत्कीर्तनेन नैगम और व्यवहारनय सम्मत इस भंगसमुक्कित्तणयाए भंगोवदसणया भङ्गोपदर्शनं क्रियते ।
समुत्कीर्तन से भंगोपदर्शन किया जाता है। कीरइ॥
११६.से कि तं नेगम-ववहाराणं अथ किं तद् नैगम-व्यवहारयोः ११९. वह नैगम और व्यवहारनय सम्मत भंगोप
भंगोवदसणया? नेगम-ववहाराणं भङ्गोपदर्शनम् ? नैगमव्यवहारयोः दर्शन क्या है ? भंगोवदंसणया-१. तिपएसिए भङ्गोपदर्शनम् - १. त्रिप्रदेशिकः नैगम और व्यवहारनय सम्मत भंगोपआणुपुवी २. परमाणुपोग्गले आनुपूर्वी २. परमाणुपुद्गल: अनानु- दर्शन-१. त्रिप्रदेशिक आनुपूर्वी २. परमाणुअणाणपुब्बी ३. दुपएसिए पूर्वी ३. द्विप्रदेशिकः अवक्तव्यकम् पुद्गल अनानुपूर्वी ३. द्विप्रदेशिक अवक्तव्य । अवत्तव्वए ४. तिपएसिया आणु- ४. त्रिप्रदेशिकाः आनुपूर्य: ५. पर- ४. त्रिप्रदेशिक आनुपूर्वियां ५. परमाणु पुद्गल पुव्वीओ ५. परमाणुपोग्गला माणपुद्गलाः अनानुपूर्व्यः ६. द्विप्रदे- अनानुपूर्वियां ६. द्विप्रदेशिक अवक्तव्य हैं। अणाणपुव्वीओ ६. दुपएसिया शिकाः अवक्तव्यकानि । अवत्तव्वयाई। अहवा १. तिपएसिए य परमाणु- अथवा १. त्रिप्रदेशिकश्च २. ७. अथवा १. त्रिप्रदेशिक है, परमाणुपोग्गले य आणुपुव्वी य अणाणु- परमाणुपुद्गलश्च आनुपूर्वी च पुद्गल है, आनुपूर्वी है और अनानुपूर्वी है। पुव्वी य ७. अहवा २.तिपएसिए अनानुपूर्वी च ७. अथवा २. त्रिप्रदे- ८. अथवा २. त्रिप्रदेशिक है, परमाणुय परमाणुपोग्गला य आणुपुव्वी य शिकश्च परमाणुपुदगलाश्च आनुपूर्वी पुद्गल हैं, आनुपूर्वी है और अनानुपूर्वियां हैं। अणाणपुव्वीओ य ८. अहवा ३. च अनानुपूर्व्यश्च ८. अथवा ३. ९. अथवा ३. त्रिप्रदेशिक हैं, परमाणुपुद्गल तिपएसिया य परमाणुपोग्गले य त्रिप्रदेशिकाश्च परमाणुपुदगलश्च हैं, आनुपूर्वियां हैं और अनानुपूर्वी हैं। आणपुव्वीओ य अणाणुपुव्वी य आनुपूर्व्यश्च अनानुपूर्वी च ९. अथवा १०. अथवा ४. त्रिप्रदेशिक हैं, परमाणु६. अहवा ४. तिपएसिया य ४. त्रिप्रदेशिकाश्च परमाणुपुद्गलाश्च पुद्गल हैं, आनुपूर्वियां हैं और अनानुपूर्वियां परमाणुपोग्गला य आणुपुवीओ आनुपूर्वश्च अनानुपूर्व्यश्च १० । अणाणुपुव्वीओ य १०।। अहवा १. तिपएसिए य दुपएसिए अथवा १. त्रिप्रदेशिकश्च विप्रदे- ११. अथवा १. त्रिप्रदेशिक है. द्विप्रदेशिक य आणपुव्वी य अवत्तवए य शिकश्च आनुपूर्वी च अवक्तव्यकञ्च है, आनुपूर्वी है और अवक्तव्य है। १२. अथवा ११. अहवा २. तिपएसिए य ११. अथवा २. त्रिप्रदेशिकश्च द्विप्र- २. त्रिप्रदेशिक है, द्विप्रदेशिक हैं, आनुपूर्वी है दुपएसिया य आणुपुब्वी य देशिकाश्च आनुपूर्वी च अवक्तव्यकानि और अवक्तव्य हैं। १३. अथवा ३. अवत्तब्वयाई च १२. अहव। ३. च १२. अथवा ३. त्रिप्रदेशिकाश्च त्रिप्रदेशिक हैं, द्विप्रदेशिक है, आनुपूर्वियां
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