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________________ संज्ञा द्वार कवायदार इन्द्रिय द्वार समुद्घातद्वार वेद द्वार आयुद्वार आध्यवसाय द्वार अनुबंध द्वार नामत्ता जघन्य उत्कृष्ट असंख्याता जघन्य उत्कृष्ट अंतर्मुहूर्त | कोडपूर्व अंतर्मुहूर्त फोडपूर्व पहली भंडा ३पहली अंतर्मुहूर्त अंतर्मुहूर्त अंतर्मुहूर्त अंतर्मुहूर्त अव., लेश्या, दृष्टि, ज्ञान-अज्ञान,समु. आयु.अध्य,अनु. कोडपूर्व | कोडपूर्व कोडपूर्व कोटपूर्व आयु अनुबंध २० कायसंवेध द्वार तीसरे देवलोक में चौथे देवलोक में पांचवें देवलोक में जपन्य काल उत्कृष्ट काल जघन्य काल उत्कृष्ट काल जघन्य काल उत्कृष्ट काल १ अंतर्ग, २सागर १ अंत सागर १ आ.७ सागर ४ कोडपूर्व २८ सागर ४ कोडपूर्व - सागर ४ कोडपूर्व २८ सागर १अंतर्मु.२सागर जाझो १अंत २सागरजाझो १अंतर्मु.७ सागर जाझो ४ कोडपूर्व २८ सागरजाझो | अंतर्मुसागर ४ कोडपूर्व सागर जाझों | १अंतर्मु, ७ सागर ४ कोडपूर्व २८ सागर जाझो | १अंतर्मु, १० सागर ४ कोडपूर्व ४० सागर ४ कोडपूर्व २८ सागर ४ कोडपूर्व ४० सागर IAN WANA १ २सागर १अंत सागर १अंतर्मु७ सागर ४ अंतर्मु २८ सागर ४ अंतर्मसागर ४ अंत २८ सागर १अंतर्मु. २सागर जाझो १अंतर्मु २ सागर जाझो १अंत ७ सागर जाझो ४ अंतर्मु २८ सागर जाझो । १अंतर्मसागर ४ अंतर्मु ४० सागर [४ अंतर्मु सागर जाझो १अंतर्मु सागर ४ अंतर्मु२८ सागर 1४ अंतर्मु२८सागर जाझो । १ अंतर्मुसागर | |४ अंतर्मुसागर १ कोटपूर्व २ सागर १कोडपूर्व सागर १कोडपूर्व ७सागर ४ कोडपूर्व २८ सागर ४कोडपूर्व सागर ४ कोडपूर्व २८ सागर १को पूर्व रसागरजाझी ४कोडपूर्व २८ सागर जाझो । १कोडपूर्व ७ सागर | कोडपूर्व ४० सागर १कोडपूर्व २सागर जाझो ४कोडपूर्व सागरजामो १कोडपूर्व ७ सागर कोडपूर्व २८ सागर १कोडपूर्व ७ सागर जाझो | ४ कोडपूर २८ सागर जाम्रो | १ कोडपूर्व १० सागर | ४ कोडपूर्व ४० सागर | संज्ञा द्वार कवाय द्वार | इन्द्रिय द्वार | समुदपात द्वार वेदना द्वार वेद द्वार आयु द्वार नाणता अध्यवसाय द्वार असंख्याता अनुबंध द्वार जघन्य जघन्य उत्कृष्ट उत्कृष्ट अंतर्मुहूर्त कोडपूर्व अंतर्मुहूर्त | कोडपूर्व भंडा ३पहली ३ | अंतर्मुहूर्त अंतर्मुहूर्त अंतर्मुहूर्त अंतर्मुहूर्त अब.. दृष्टि ज्ञानअज्ञान, समु. आयु. आय. अनु ३ | कोडपूर्व कोडपूर्व कोडपूर्व । कोडपूर्व भला भंडा पहली आयु अनुबंध २० कायसंवेध द्वार छठे देवलोक में सातवें देवलोक में आठवे देवलोक में उत्कृष्ट काल जघन्य काल उत्कृष्ट काल जधन्य काल उत्कृष्ट काल WANI १अंतर्मुसागर १अंतर्ग, सागर १ अंतर्मु.४ सागर ४ कोडपूर्व ५६ सागर ४ कोडपूर्व ४० सागर ४ कोडपूर्व ५६ सागर १अंतर्मु.१४ सागर १अंतर्गु, १४ सागर १अंतर्मु.७ सागर | ४ कोडपूर्व ६८. सागर [४ कोडपूर्व ५६ सागर ४ कोडपूर्व ६८ सागर १ अंत सागर १अंतर्मु, १७ सागर १अंत १८ सागर | ४ कोडपूर्व०२ सागर ४ कोडपूर्व ६८ सागर ४ कोडपूर्व ७२ सागर १ अंत, सागर १ अंतर्मु सागर १ अंत. १४ सागर ४ अंतर्मु ५६ सागर ४ अंतर्मु, ४० सागर ४ अंत ५६ सागर १अंतर्मु, १४ सागर १अंतर्मु. १४ सागर १अंत १७ सागर |४ अंतर्मु.६८ सागर ४ अंतर्मु५६ सागर | ४ अंतर्मु६८ सागर १अंतर्मु ा सागर १ अंतर्मु, १७ सागर १ अंतर्मु, १ सागर ४ अंतर्मु ७२ सागर | ४ अंतर्मुसागर ४ अंतर्मु, ७२ सागर १कोडपूर्व १० सागर १कोडपूर्व १० सागर १ कोडपूर्व १४ सागर | ४ कोडपूर्व ५६ सागर ४ कोडपूर्व ४० सागर कोडापूर्व ५६ सागर १कोडपूर्व ४ सागर १ कोडपूर्व १४ सागर १कोडपूर्व १७ सागर |४ कोडपूर्व ६८ सागर |४कोडपूर्व ५६ सागर ४ कोडपूर्व ६. सागर १कोडपूर्व सागर ४ कोडपूर्व ७२ सागर १कोडपूर्व १७ सागर | ४ कोडपूर्व ६८ सागर १कोडपूर्व १, सागर |४ कोडपूर्व ७२ सागर गमा ३३७ Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003622
Book TitleBhagavati Jod 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1996
Total Pages360
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size18 MB
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