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________________ १. १ रत्न, संख' सक्कर ए प्रथम विकल्प । २.२ रत्न, संख सक्कर ए द्वितीय विकल्प। इम रत्न में अनुक्रमे दश तांइ एकएक वधारतां दसमों विकल्प१०.१० रत्न, संख सक्कर ए दशमों विकल्प । ११. संख रत्न, संख सक्कर ए इग्यारमों विकल्प । ए द्विकसंजोगिया संख्याता जीवां रा ११ विकल्प अन एक-एक विकल्प नां इकवीस-इकवीस भांगा हुवे ते माट इग्यारै नै २१ गुणां कीधे छते २३१ भांगा हुवै । संख्याता जीव नरक में जाय तेहनां त्रिकसंजोगिया विकल्प २१ ते लिखिये १. १ रत्न, १ सक्कर, संख वालुक ए प्रथम विकल्प । २. १ रल, २ सक्कर, संख वालुक ए द्वितीय विकल्प । इम सक्कर में अनुक्रमे दश तांइ एक-एक वधारतां दसमों विकल्प१०.१ रत्न, १० सक्कर, संख वालुक ए दशमों विकल्प । ११. १ रत्न, संख सक्कर, संख वालुक, ए इग्यारमों विकल्प । १२.२ रत्न, संख सक्कर, संख वालुक ए बारमों विकल्प । इम रत्न में दश तांइ अनुक्रमे एक-एक वधारतां बीसमों विकल्प२०.१० रत्न, संख सक्कर, संख वालु ए बीसमों विकल्प । २१. संख रत्न, संख सक्कर, संख वालुक ए इकवीसमों विकल्प । ए त्रिकसंजोगिया संख्यात जीवां रा २१ विकल, अने एक-एक विकल्प ना पैंतीस-पैतीस भांगा हुदै ते माट इकवीस नै ३५ गुणां कीधे छते ७३५ भांगा हुवै। ___ संख्याता जीव नरक में जाय, तेहनां चौकसंजोगिया विकल ३१ एहनी आमना लिखिय छ१. १ रत्न, १ सक्कर, १ वालुक, संख पंक ए प्रथम विकल्प । २.१ रत्न, १ सक्कर, २ वालुक, संख पंक ए द्वितीय विकल्प। इम वालुक में अनुक्रमे दश तांइ एक-एक वधारतां दसमों विकल्प१०. १ रत्न, १ सक्कर, १० वालुक, संख पंक, ए दशमों विकल्प । ११. १ रत्न, १ सक्कर, संख वालुक संख पंक ए ११ मों विकल्प । १२.१ रत्न, २ सक्कर, संख वालुक, संख पंक ए १२ मो विकल्प । इम सक्कर में दश तांइ अनुक्रमे एक-एक वधारतां बीसमों विकल्प२०. १ रत्न, १० सक्कर, संख वालुक, संख पंक ए वीसमो विकल्प । २१.१ रल, संख सक्कर, संख वालुक, संख पंक ए २१ मों विकल्प । २२.२ रत्न, संख सक्कर, संख वालु, संख पंक ए २२ मों विकल्प । इम रत्न में अनुक्रमे दश तांइ एक-एक वधारता तीसमों विकल्प३०. १० रत्न, संख सक्कर, संख वालुक, संख पंक ए तीसमों विकल्प । ३१. संख रत्न, संख सक्कर, संख वालु, संख पंक ए ३१ मों विकल्प । चउक संजोगिया संख्याता जीवां रा ३१ विकल्प अने एक एक विकल्प नां पैतीसपैतीस भांगा हुवै ते माट ३१ में ३५ गुणां कीधे छते १०८५ भांगा हवै। संख्याता जीव नरक में जाय तेहनां पंचसंजोगिया विकल्प ४१ तेहनी आमना लिखियै छै१.१ रत्न, १ सक्कर, १ वालु, १ पंक, संख धूम, ए प्रथम विकल्प । २.१ रत्न, १ सक्कर, १ वालु, २ पंक, संख धूम, ए द्वितीय विकल्प । इम पंक में १. संख्यात के स्थान पर संख शब्द का प्रयोग हुआ है। १६६ भगवती-जोड़ Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003619
Book TitleBhagavati Jod 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1990
Total Pages490
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size14 MB
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