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________________ हिवे रत्न सक्कर पंक थी ३ भांगा ते किसा ? रत्न सक्कर पंक धूम थी २ रत्न सक्कर पंक तम थी १ तिहां रत्न सक्कर पंक धूम थी २ भांगा प्रथम विकल्प करि कहै छै - ३१ १ ३२ ३३ ३४ ३५ ३६ ३७ ३८ ३६ ४० ४१ ४२ ४३ ४४ २ १ रत्न, १ सक्कर, १ पंक, १ धूम, २ सप्तमीं हि रत्न सक्कर पंक धूम थी २ भांगा दूजे विकल्पे १ १ रत्न, १ सक्कर, १ पंक, २ धूम १ तम २ १ रत्न, १ सक्कर, १ पंक, २ धूम, १ सातमी हिवे रत्न सक्कर पंक धूम थी २ भांगा तीजे विकल्पे १ १ रत्न, १ सक्कर, २ पंक, १ धूम, १ तम २ १ रन, १ सक्कर, २ पक, १ धूम, १ सप्तमीं हि रत्न सक्कर पंक धूम थी २ भांगा चतुर्थ विकल्पे १ १ रत्न, २ सक्कर, १ पंक, १ धूम, १ तम १ रत्न, २ सक्कर, १ पंक, १ धूम, १ सप्तमी हिवे रत्न सक्कर पंक धूम थी २ भांगा पंचम विकल्पे २ रत्न, १ सक्कर, १ पंक, १ धूम, १ तम २ १ हिव रत्न सक्कर पंक तम थी १ भांगो प्रथम विकल्प करि कहै। 81 १ १ रत्न, १ सक्कर, १ पंक, १ तम, २ सप्तमीं हि रत्न सक्कर पंक तम थी १ भांगो द्वितीय विकल्पे १ १ रत्न, १ सक्कर, १ पंक, २ तम, १ सप्तमीं हि रत्न सक्कर पंक तम थी १ भांगो तृतीय विकल्पे १ १ रत्न, १ सक्कर, २ पंक, १ तम, १ सप्तमी १ रत्न, १ सक्कर, १ पंक, १ धूम, २ तम २ २ रत्न, १ सक्कर, १ पंक, १ धूम, १ सप्तमीं हिवै रत्न सक्कर पंक तम थी १ भांगो चतुर्थ विकल्पे १ १ रत्न, २ सक्कर, १ पंक, १ तम, १ सप्तमीं Jain Education International १६६ भगवती-जोड़ ४५ ए रत्न सक्कर पंक थी ३ भांगा, ५ विकल्प करि १५ भांगा कह्या । ४६ हिवै रत्न सक्कर धूम थी एक भांगो पंच विकल्प करि ५ भांगा कहै छै - ४७ ४८ *& ५० हिवे रत्न सक्कर पंक तम थी १ भांगो पंचम विकल्पे २ रत्न, १ सक्कर, १ पंक, १ तम, १ सप्तमीं ५१ ५२ १ ५३ ५४ १ For Private & Personal Use Only रत्न सक्कर धूम थी १ भांगो द्वितीय विकल्पे १ १ रत्न, १ सक्कर, १ धूम, २ तम, १ सप्तमी रत्न सक्कर धूम थी १ भांगो तृतीय विकल्पे १ १ १ ए रत्न सक्कर धूम थी १ भांगो पंच विकल्प करि कह्यो । एवं रत्न सक्कर थी १० भांगा, पंच विकल्प करि ५० भांगा कह्या । हि रत्न वालुक थी ४ भांगा एकेक विकल्प करि हुवै ते किसा ? रत्न वालु पंक थी ३, रत्न वालु धूम थी १, तिहां रत्न वालुक पंक थी ३ ते किसा ? रत्न वालुक पंक धूम थी २, रत्न वालुक पंक तम थी १ एवं ३ | तिहां रत्न वालुक पंक धूम थी २ भांगा प्रथम विकल्प करि कहै छै - १ रत्न, १ सक्कर, १ धूम, १ तम, २ सप्तमों १ १ रत्न, १ सक्कर, २ धूम, १ तम, १ सप्तमी रत्न सक्कर धूम थी १ भांगो चतुर्थ विकल्पे १ रत्न, २ सक्कर, १ धूम, १ तम १ सप्तमी रत्न सक्कर धूम थी १ भांगो पंचम विकल्पे २ २ रत्न, १ सक्कर, १ धूम, १ तम, १ सप्तमी २ १ रत्न, १ वालु, १ पंक, १ धूम, २ सप्तमी हि रत्न वालुक पंक धूम थी २ भांगा द्वितीय विकल्पे १ रत्न, १ वालु, १ पंक, १ धूम, २ तम १ | १ रन, १ वालु, १ पंक, २ धूम, १ तम १ रत्न, १ वालु, १ पंक, २ धूम, १ सप्तमी www.jainelibrary.org
SR No.003619
Book TitleBhagavati Jod 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1990
Total Pages490
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size14 MB
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