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हर्षपुरीयगच्छ अपरनाम मलधारीगच्छ
नरचन्द्रसूरि
T नरेन्द्रप्रभसूर
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न्यायकंदलीपंजिका
यह हर्षपुरीयगच्छ के प्रसिद्ध आचार्य राजशेखरसूरि द्वारा वि० सं० १३८५ / ई० सन् १३२९ में रची गयी है । इसकी प्रशस्ति' में उन्होंने लम्बी गुरु - परम्परा दी है, जो इस प्रकार है :
अभयदेवसूरि
1
हेमचन्द्रसूरि
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श्रीचन्द्रसूरि
1
मुनिचन्द्रसूरि
1
देवप्रभसूरि
T
नरचन्द्रसूरि
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पद्मदेवसूरि
1
श्री तिलकसूरि
१२८९
(वि० सं० १२८२ / ई० सन्
१२२६ में अलंकारमहोदधिवृत्ति के रचनाकार)
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राजशेखरसूरि (वि० सं० १३८५ / ई० सन्
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