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संडेरगच्छ
१२५७ सुपार्श्वनाथ की धातु प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्ति स्थान - चौमुख जी देरासर, अहमदाबाद वि० सं० १५०८ (तिथि विहीन)९४ अजितनाथ की धातु प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्ति स्थान - शांतिनाथ जिनालय, खंभात वि० सं० १५०९ माघ सुदि १०९५ वासुपूज्य की धातु प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्ति स्थान - भाण्डारस्थ धातु प्रतिमा, वीर जिनालय, वैदों का चौक, बीकानेर वि० सं० १५१० फागुण वदि ८९६ सुमतिनाथ की धातु की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्ति स्थान - शामला पार्श्वनाथ जिनालय, राधनपुर वि० सं० १५१० ज्येष्ठ सुदि १३ शुक्रवार प्राप्ति स्थान - जैन मंदिर, राणकपुर वि० सं० १५११ माघसुदि २ गुरुवार शीतलनाथ की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्ति स्थान - सुपार्श्वनाथ जिनालय, जैसलमेर वि० सं० १५१३ माघ वदि ९ गुरुवार संभवनाथ की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख प्राप्ति स्थान - चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर
जैसा कि हम पहले देख चुके हैं परिशिष्टपर्व की वि० सं० १४७९ की प्रतिलिपि की दाताप्रशस्ति में भी शांतिसूरि (तृतीय) का उल्लेख है।
शांतिसूरि (तृतीय) के पट्टधर ईश्वरसूरि (चतुर्थ) हुए, जिनके द्वारा
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