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जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास
साहित्यिक और अभिलेखीय साक्ष्यों के आधार पर निर्मित पूर्णिमापक्ष - भीमपल्लीयाशाखा के मुनिजनों का विद्यावंशवृक्ष
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चन्द्रप्रभसूरि [ पूर्णिमागच्छ के प्रवर्तक ]
धर्मघोषसूरि [ चौलुक्यनरेश जयसिंह सिद्धराज
सुमतिभद्रसूरि
देवचन्द्रसूरि T
पासचन्द्र [पार्श्वचन्द्रसूरि] [वि० सं० १४५९ - १४६१] प्रतिमालेख
जयचन्द्रसूरि
भावचन्द्रसूरि [वि० सं० १५३५ शांतिनाथचरित के कर्ता]
( ई० सन् १०९४ - ११४२) द्वारा सम्मानित ]
जयराजसूरि [वि० सं० १५५३ में मत्स्योदररास के कर्ता ]
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[वि० सं० १५०४ में लिपिबद्ध पार्श्वनाथचरित में उल्लिखित ]
चारित्रचन्द्रसूरि [वि० सं० १५३६ ] प्रतिमालेख
मुनिचन्द्रसूरि
उदयरत्नसूरि
[वि० सं० १५४७ ] प्रतिमालेख
[वि० सं० १५५३ - १६९१] प्रतिमालेख
विद्यारत्नसूरि
[वि० सं० १५७७ में कूर्मापुत्रचरित्र के कर्ता]
विनयचन्द्रसूरि [वि० सं० १५९८ ] प्रतिमालेख
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