________________
संदर्भ ग्रन्थ
Jain Education International
क्रमाङ्क प्रतिष्ठा | तिथि/ | लेख में उल्लिखित | प्रतिमालेख/ प्रतिष्ठा स्थान
वर्ष | मिति | आचार्य का नाम | स्तम्भलेख ५३. १६२४ माघ
वासुपूज्य की
| लुआणा चैत्य, सुदि १
धातु की प्रतिमा थराद सोमवार
का लेख
सार्धपूर्णिमागच्छ
लोढ़ा, पूर्वोक्त, लेखांक ३६२
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org