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पूर्णिमागच्छ ढंढेरिया शाखा
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क्रमांक | संवत् | तिथि// ग्रन्थ का मूल प्रशस्ति प्रशस्तिगत | प्रतिलिपि-/ संदर्भ ग्रन्थ मिति नाम प्रतिलेखन आचार्य/ | कार
प्रशस्ति | मुनि का नाम
पट्टधर
विद्याप्रभसूरि २८. | १६५० | कातिक | तत्त्वचिन्तामणि | प्रतिलेखन विद्याप्रभसूरि
वही, सुदि ५
की दाता के शिष्य
क्रमांक ९५, प्रशस्ति ललितप्रभसूरि
पृ० १० २९. | १६५४ | आषाढ़ | पंचवस्तुकवृत्ति | प्रतिलेखन । | ललितप्रभसूरि
वही, सुदि १३ की दाता
क्रमांक २३६२, शुक्रवार प्रशस्ति
पृ० १२१ ३०. | १६७५ | आषाढ़ | कल्पसूत्रान्त- | प्रतिलेखन
वही, सुदि १३ र्वाच्य की दाता
क्रमांक ६९१, गुरुवार प्रशस्ति
पृ० ५९
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