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________________ ८७० Jain Education International For Private & Personal Use Only क्रमाङ्क | संवत् | तिथि | आचार्य का नाम | प्रतिमालेख/ | प्रतिष्ठा स्थान । संदर्भ ग्रन्थ स्तम्भलेख १०६. १५२० । वैशाख उदयदेवसूरि नमिनाथ की नवखंडापार्श्वनाथ विजयधर्मसूरि, सुदि ५ के पट्टधर धातुप्रतिमा देरासर, घोघा पूर्वोक्त, गुरुवार रत्नदेवसूरि | का लेख लेखांक ३५१ १०७. १५२२ | माघ श्रेयांसनाथ की | बावन जिनालय, बुद्धिसागरसूरि, सुदि १३ धातुप्रतिमा पेथापुर पूर्वोक्त, भाग-१, बुधवार का लेख लेखांक ६९१ १०८. |१५२३ | माघ गुणदेवसूरि | कुंथुनाथ की आदिनाथ जिना०, विजयधर्मसूरि, वदि १० के पट्टधर | धातु की प्रतिमा पूर्वोक्त, गुरुवार चन्द्रप्रभसूरि | का लेख लेखांक ३६९ १०९. | १५२३ | वैशाख धर्मसागरसूरि कुंथुनाथ की | आदिनाथ जिनालय, कान्तिसागर, सुदि ९ धातुप्रतिमा का | भायखला, मुम्बई पूर्वोक्त, लेख लेखांक १९२ जामनगर जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास www.jainelibrary.org
SR No.003615
Book TitleJain Shwetambar Gaccho ka Sankshipta Itihas Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2009
Total Pages698
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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