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अड्डालिजीय गच्छ
इस गच्छ के प्रवर्तक कौन थे ! वायडगच्छ की एक शाखा के रूप में यह गच्छ कब अस्तित्व में आया, साक्ष्यों के अभाव में ये सभी प्रश्न अनुत्तरित ही रह जाते हैं
1
संदर्भ :
१.
२.
३.
पृष्ठ ४७-५३.
विजयधर्मसूरि-संपा० प्राचीनलेखसंग्रह, भाग-१, लेखांक २, १०, २१, ३२. प्रभावकचरित, संपा० मुनि जिनविजय, "जीवदेवसूरिप्रबन्ध" प्रबन्धकोश, संपा० मुनि जिनविजय, पृष्ठ ७-९. M.A. Dhaky- “Vayatagaccha and Vayatiya Caityas” निर्ग्रन्थ, वर्ष २, १९९६ ई०स०, हिन्दी खण्ड, पृष्ठ ४०-४८.
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