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अचलगच्छ का इतिहास
अचलगच्छ पाठ्यक्रम ( घोरण १-२-३-४-५ ) (डोंबीवली) अचलगच्छ पंचप्रतिक्रमण (डोंबीवली)
कच्छनो विकास, अहिंसा सर्वधर्मोनी माता, व्यवहारमां अहिंसा, अहिंसा त्रिकोण, अहिंसा - जीवदया - शाकाहार, अहिंसा अने खादी, मानवतानुं काणुं कलंक (गर्भपात विरोध), आर्य संस्कृतिनुं विज्ञान, साची केलवणी साची समृद्धि, आर्य संस्कृतिनुं वैज्ञानिक त्रिकोण ( उक्त १० लघु पुस्तिकायें श्री वेणीशंकर मु० वासु द्वारा लिखित हैं)
अचलगच्छ पंचप्रतिक्रमण - अंग्रेजी अनुवाद.
शांतिगुण सौरभ (गुजराती) (हैदराबाद वि०सं० २०५६) शांतिगुण सरिता (हिन्दी).
बीसस्थानकादि तपविधि.
अजापुत्र कथानक चरित्रम् (संस्कृत) माणिक्यसुन्दरसूरिकृत.
आ० कलाप्रभसागरसूरि संयम रजत वर्ष सचित्र ग्रन्थ ( शिष्यों द्वारा सम्पादित) भणावो श्री गुरुपूजा, नहीं मिले जगमां दूजा, (शिष्यों द्वारा सम्पादित ). श्री शत्रुंजय तीर्थ ११ यात्रा, अचलगच्छ महासंघ स्मृति ग्रन्थ (प्रेस में ). मनः स्थिरीकरण प्रकरणम् स्वोपज्ञवृत्ति सहितं (प्रेस में ).
बृहत्शतपदी सटीक (प्रेस में ).
गुणभारती मासिकनी १ से १९ वर्ष तक की फाईल (सं० २०३७ सं० २०५६)
कल्पसूत्र - हिन्दी अनुवाद (प्रेस में ), ले० - आ० गुणसागरसूरि. पर्युषणष्टाह्निका— हिन्दी अनुवाद (प्रेस में) ले० आ० गुणसागरसूरि. तीर्थयात्रा का रहस्य, (हिन्दी) इन्दौर संघ
अचलगच्छ प्राकृत पट्टावली, (भावसागरसूरि ) (प्रेस में ).
(क० वी० ओ०
कल्पसूत्र विवरण- गुजराती में (गुणसागरसूरि कृत) (मुलुंड संघ ) अचलगच्छ विविध पूजा संग्रह ( गुणसागरसूरिकृत) देरावसि महाजन) सं० २०४६, सम्पादन- आ० कलाप्रभसागरसूरि. शांतिनाथ जिनेश्वर तीर्थधाम (हैदराबाद) स्मारिका वि०सं० २०५६. पंचप्रतिक्रमण सूत्र अर्थ सहित (पंचम आवृत्ति) (सं० २०५२) - (क० वी०ओ० देरावासि महाजन)
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