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जैन श्राविकाओं का बृहद इतिहास
१.४ चित्र सं. (६)
पू० आचार्य, जी जिनके पीछे एक ओर श्राविका छत्र लिए खड़ी है तथा दूसरी ओर अंजलिबद्ध भक्त (झोली लटकाये हुए) अंकित हैं यह पाठशाला का दश्य है।
१.४ चित्र सं. (७)
तीर्थंकरः भगवान की प्रतिमा तथा पाठशाला में शिक्षा ग्रहण करती हुई श्राविकाएँ
. १०वीं-११वीं शती
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