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क्र.स. वि०संवत् / सन् श्राविका का नाम
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1947
1955
1956
1960
1962
1969
1974
1975
1977
1973
1966
20वीं शती
20वीं शती
120वीं शती
20वीं शती
1978
1963
1964
20वीं शताब्दी
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श्रीमती बोगीदेवी बरड़िया
श्रीमती मनोहरी देवी बोथरा
श्रीमती इचरज देवी दुगड़
श्रीमती भंवरीदेवी बैगाणी
श्रीमती गट्टूदेवी छाजेड़
श्रीमती मैनादेवी श्यामसुखा
श्रीमती कंकदेवी मरलेचा
श्रीमती छोटीदेवी वैद
श्रीमती चंद्रावल सेठिया
श्रीमतीभवरीदेवी बैद
श्रीमती गणेश देवी खरोड़
श्रीमती भीखादेवी छाजेड़
श्रीमती मक्खूदेवी सेठिया
श्रीमती राजकुंवर बाई भंडारी
श्रीमती झमकूदेवी बोरड़
श्रीमती रतनकवर कोठारी
श्रीमती धन्नीदेवी दूगड़
श्रीमती सुनहरी देवी
श्रीमती ऋषिबाई सेठिया
श्रीमती माणकदेवी सिंघी
श्रीमती सुंदरदेवी बागरेचा
श्री लाभचंद बरड़िया
पति
श्रीमोहनलाल जी बोथरा
श्रीसुमेरमल जी दुग्गड़
| श्रीजौहरी मल जी बैगाणी
श्रीगणेशलाल जी छाजेड़
श्रीकोडामल जी श्यामसुखा
श्रीजेवतराज जी मारलेचा
श्रीसूरजमल जी वैद
श्रीकोड़ामल जी सेठिया
श्रीदुलीचंद जी वैद
श्रीदीपचंद जी छाजेड़
श्रीमहालचंद जी सेठिया
श्री माणकचंद जी भंडारी
श्री पन्नालाल जी बोरड़
श्री सरदारमल जी कोठारी
श्री
श्री
बुद्धमल
जी दुग्गड़
धनकुमार जी
श्री पुखराज जी सेठिया
श्री सोहनलाल जी सिंधी
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आधुनिक काल की जैन श्राविकाओं का अवदान
अवदान
8 घंटे का संथारा' आया।
38 दिन का संथारा' आया।
12 व्रती ' श्राविका थी ।
45 दिन का संथारा आया।
44 घंटे का संथारा आया।
1- 21,30-46 व्रतों की लडी' तप किया।
4 घंटे का संथारा' आया ।
धार्मिक संस्कार, स्वाध्यायशील
1 से 11 उपवास की लड़ी का तप किया।
39 दिन का संथारा 10 आया।
माँ - सास-जेठानी को संथारे में सहयोग
1 से 61 व्रतों की लड़ी" का तप किया।
5 दिन का संथारा प्राप्त किया।
तत्वज्ञानी, समाधि - मरण14 को प्राप्त किया।
4 दिन का संथारा प्राप्त किया।
समाधि-मरण" प्राप्त किया ।
5 दिन का संथारा" प्राप्त किया।
समाधि - मरण" को प्राप्त किया।
1 हजार गाथाओं का स्वाध्याय (प्रतिदिन) करती थी 81 दिन का संथारा संपन्न हुआ
विधिवत् अनशन और समाधिमरण प्राप्त किया ।
सात दिन का अनशन और समाधिमरण 21 प्राप्त हुआ
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