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जैन श्राविकाओं का बृहद इतिहास
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३३ भारतीय संस्कति के विकास का योगदान . प. १२७-१२८. ३४ जैन. डॉ. ज्योतिप्रसाद जैन. प्र. ऐ. जै. पु. म. प. २५०-२५६. ३५ भारतीय संस्कति के विकास में जैन वाङ्मय का अवदान. प १२८. ३६ एस.आर. भंडारी. ओसवाल जाति का इतिहास. प. ३०, ३४. ३७ साध्वी शिलापीजी. समय की परतों में. प. १२८-१२६, ३८ वही. प. १२२–१२३. ३६ जैन डॉ. ज्योतिप्रसाद जैन प्र. ऐ. जै. पु. म. प. २३०-२३१. ४० वही. प. २३०-२३२. ४१ वही. प. ६८-१००. ४२ साध्वी शिलापीजी. समय की परतों में. प. ६७-६६. ४३ जैन डॉ. ज्योति. प्र. ऐ. जै. पु. म. प. २५२, २५६. ४४ वही. प २२८. ४५ साध्वी शिलापीजी समय की परतों में. प. ७४, ७६. ४६ आ. हस्तीमलजी म. जैन धर्म का मौलिक इतिहास. भाग. ४, प ३३३. ४७ वही. प. ३७१-३७२. ४८ वही. प. ३७१. ४६ जैन डॉ. ज्योति. प्र. ऐ. जै. पु. म. प. १२६, १३०-१३२, १३६. ५० वही. प. १३६-१३८, १४०-१४३, १४७-१५०. ५१ भारतीय संस्कति के विकास में जैन वाङ्मय का अवदान. प १२८, १२६. ५२ वही. प. १५१-१६८. ५३ वही. प. १६८-२०८ ५४ वही. प. २०६-२१५.
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श्राविका विवरण संदर्भ सूची
अध्याय -५ १. भा. सं. वि. में जै. वा. का अवदान. प. १२४. २. डॉ. हीराबाई बोरदिया. जै. ध. प्र. सा. एवं म. प. १८४. १८५.
डॉ. हीराबाई बोरदिया. जै. ध. प्र. सा. एवं म. प. १८४. डॉ. हीराबाई बोरदिया. जै. ध. प्र. सा. एवं. म. प. १८७. १८८. डॉ. हीराबाई बोरदिया. जै. ध. प्र. सा. एवं. म. प. १६३. डॉ. हीराबाई बोरदिया. जै. ध. प्र. सा. एवं. म. प. १८८.१६१. डॉ. हीराबाई बोरदिया. जै. ध. प्र. सा. एवं. म. प. १६१. १६२. डॉ. हीराबाई बोरदिया. जै. ध, प्र. सा. एवं. म. प. १६२. अ) भारतीय संस्कति के विकास में जैन वाङ्मय का अवदान प. १२२. १२३. ब) डॉ. हीराबाई बोरदिया. जैन धर्म की प्र, सा, एवं म, प. १६४-१६५.
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