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पौराणिक /प्रागैतिहासिक काल की जैन श्राविकाएँ
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४६. पू० अमोलकऋषिजी म. समवायांग सूत्र पृ. ३०७ ४७. (अ) वही पर्व. ४ सर्ग १ पृ. ३१३.३१५
(आ) वही. पृ. १६५ ४८. (अ) हेमचंद्र त्रिषष्टिशलाका पुरूष च. पर्व ४ सर्ग १ पृ. ३१३.३१५
(आ) सु० डोशी रतन लाल जी तीर्थ च. भाग १ पृ. १६५ ४६. (अ) अमोलक ऋषि जी समवायांग सूत्र न. ३०७..। ५०. (अ) आ. हेमचंद्र त्रिषष्टि शलाका पुरूष चरित्र पर्व ४ सर्ग १ प्र. ३१८ ३२१ ३४३
(ब) सु० डोशी रतन लाल जी तीर्थकर चरित्रभाग १ प. १७० ५१. पू० अमोलक ऋषि. सम. सूत्र. पृ. ३१८ ५२. (अ) आ. हेमचंद्र त्रिपिष्टि शलाका पुरूष चरित्र पर्व ४ सर्ग १ पृ. ३१८ ३२१ ३२५
(आ) सु० डोशी रतन लाल तीर्थं च. भा. १ पृ. १७१.१७२ ५३. पू० अमोलक ऋषिजी सम सूत्र पृ. ३१७ ५४. सु० डोशी रतन लाल जी तीर्थंकर चरित्र भाग १ पृ. १६७ ५५. वही पू. १६७ ५६. पु० अमोलकऋषिजी म. सम. सूत्र. पृ. ३०७ ५७. आ. हेमचंद्र, त्रिषष्टिशलाका पुरूष च. पर्व ४ सर्ग २ पृ. ३४४ ३४५ ३५५ ५८. सु० डोशी. रतनलाल जी तीर्थकर चरित्रभाग १. १६३.१६४ ५६. वही. पृ. १६४
(अ) आ. हेमचंद्र त्रि. प. श. पु. च. पर्व ४ सर्ग २ प्र. ३५० ३५५
(ब) सु० डोशी रतनलाल जी तीर्थकर चरित्र भाग १ पृ. १६४ ६१. पू० अमोलक ऋषिजी म. सम सूत्र प्र. ३१७ ६२. (ब) आ. हेमचंद्र त्रि. ष. श. पु. च पर्व ४ सर्ग २ पृ. ३५०.३५५
(य) सू० डोशी रतनलाल जी तीर्थ च. भाग १ प्र. १६४ ६३. पू० अमोलक ऋषिजी म. सम. सूत्र. पू. ३१८ ६४. उपा० पुष्कर मुनि जी जैन कथाएँ भाग - ६६ प्र. १३६.१६४ ६५. (अ) पू० अमोलक ऋषि जी म. सम. सूत्र पृ. ३०७
(ब) सु० डोशी रतनलाल जी तीर्थकर च. भा. १ प्र. २०३ ६६. आचार्य हेमचंद्र त्रि. ष. श. पु. पर्व ४ सर्ग ३ प्र. ३५६ ३५७ ३६२ ३६३ ६७. आ. हेमचंद्र त्रि. प. पु. च. पर्व ४ सर्ग ३ प्र. ३५८ ३५६ ३६२ ३६३ ६८. पू० अमोलकऋषि जी सम. सूत्र. ३१८ ६६. आ. हेमचंद्र त्रि. ष. श. पु. च. पर्व ४ सर्ग ३ पृ. ३५८ ३६३ ७०. पू० अमोलक ऋषि जी सम. सूत्र प्र ३१७ ७१. अ. सु० डोशी रतनलाल जी तीर्थ. च. भाग १ पृ. २१०
आ. हेमचंद्र त्रि.ष.श.पु.च. पर्व ४ सर्ग ४ प्र. ३६७.३७४ ७२. पू० अमोलक ऋषि. जी म० सम. सूत्र प्र ३१८ ७३. (अ) आ. हेमचंद्र त्रि.ष.श.पु.च. पर्व ४ सर्ग ४.प्र. ३६६.३७४
(आ) सु० डोशी रतनलाल जी तीर्थं. च. भाग १ पृ. २१० ७४. पू० अमोलक ऋषि जी म. सम. सूत्र प्र ३१७
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