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पूर्व पीठिका
ई. सन् की १५वीं शती के इस चित्र में श्राविकाएँ कतारबद्ध होकर श्रुत ज्ञान के प्रति, एवं जिन प्रतिमा के प्रति अंजलिबद्ध होकर अपना आदरभाव प्रदर्शित कर रही हैं। इनकी वेशभूषा एवं अलंकरण सु-व्यवस्थित हैं। सम्भवतः प्रस्तुत हस्तलिखित प्रति में इन श्राविकाओं ने अपना सहयोग प्रदान किया है।
१.६ चित्र सं. (३)
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लावत श्रहमा
विक्रम संवत् १५०६ (ई. सन् १४५२) की एक पाण्डुलिपि की प्रशस्ति में जैन साहित्य समर्पिता
दान दाता श्राविकाओं का चित्रांकन
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