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जैन- आचार के सामान्य नियम
47. उदान, 5/5
48. बोधिचर्यावतार, 5/98
49. बोधिचर्यावतार, 2/64-66
50. कृष्णयजुर्वेद - उद्धृत दर्शन और चिन्तन, भाग 2, पृ. 193
51. खोरदेह अवस्ता, पृ. 7/23-24; देखिए, दर्शन और चिन्तन, भाग 2, पृ. 193-194
52. वेराइटीज आफ रिलिजीयस एक्सपीरियन्स, पृ. 452
53. आवश्यकनिर्युक्ति, 1548 - उद्धृत श्रमणसूत्र, पृ. 99 54. बोधिचर्यावतार, 3/12-13
55. गीता, 6 / 11, 13-14
56. आवश्यकनिर्युक्ति, 1462
57. तुम अनन्त शक्ति के स्रोत हो, पृ. 27-28
58. योगशास्त्र स्वोपज्ञवृत्ति - उद्धृत श्रमणसूत्र, पृ. 104
59. आवश्यक निर्युक्ति, 1594
60. स्थानांगसूत्र 5/3/466
61. गीता, 18 / 4, 7-9
62. आचारांग, 1/6/5
63. स्थानांग, 10/14
64. समवायांग 10/1
65. तत्त्वार्थ, 9/6
66. दशवैकालिक, 8/38
67. वही 8/39
68. आवश्यकसूत्र - क्षमापणा पाठ
69. उपासकदशांग, 1/84
70. अंगुत्तरनिकाय 1/12
71. संयुत्तनिकाय, 10/12
72. धम्मपद, 184
73. बोधिचर्यावतार, 6/2
74. गीता, 10 / 4, 16/3
75. महाभारत, उद्योगपर्व, 33 / 49, 58
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