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गृहस्थ-धर्म
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53. उपासकदशांगसूत्र के प्रथम अध्याय में इनमें से केवल 21 वस्तुओं का निर्देश मिलता है । (देखिए, उपासकदशांग 1/22-38) 54. उपासकदशांगसूत्र, 1/47 55. वही, 1/47 56. देखिए-उपासक अभयदेववृत्ति, 1/47 57. योगशास्त्र, 3/101 58.योगशास्त्र, 3/102 59. वही, 3/103 60.अंगुत्तरनिकाय, भाग 2, पृ. 401 61. दीघनिकाय लक्खणसुत्त 62. आर्तरौद्रमयध्यानं पापकर्मोपदेशिता। हिंसोपकरणादि दानं च प्रमदाचरणं तथा। 63. उपासकदशांग, 1/48 64. उद्धृत-सामायिक सूत्र, पृ. 37 65. उत्तराध्ययन, 1/31 66. पुरुषार्थसिद्ध्युपाय, 149 67. बोधामृतसार, 492 68. योगशास्त्र, 5/115-116 69. आवश्यक मलयगिरि टीका, 4/43 70. देखिए - सामायिक-पाठ (अमितगति) 71. सामायिकसूत्र (अमरमुनि), पृ. 57 72. वही, पृ. 61 73. वही, पृ. 63 74. उपासकदशांग, 1/49 75. दर्शन और चिन्तन, भाग 2. पृ. 100-107 76. सुत्तनिपात, 26/28 77. सुत्तनिपात, 26/25-27 78. बाइबल ओल्ड टेस्टामेंट, निर्गमन 20 79. अंगुत्तरनिकाय, 3/37 80. दर्शन और चिन्तन, भाग 2, पृ. 105
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