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भगवान पार्श्वनाथ की यक्ष-यक्षिणी सहित कलात्मक मूर्ति।
महाराज के जेष्ठ बंधु श्री देवगौड़ा (मुनि वर्धमानसागरजी), स्व. कनिष्ठ भ्राता कुंभगोंडा, छोटी बहिन स्व. कृष्णाबाई।।
बारामति में आचार्य श्री व मुनि नेमिसागरजी केशलोंच करते हए। मुनि पायसागरजी, आचार्य श्री, तथा नेमीसागरजी।
भोजग्राम की वेदगंगा, दूधगंगा का संगम।
भगवान बाहुबली की मूर्ति का छत पर बैठकर आ. श्री ने दर्शन किया था।
प्रधानमंत्री नेहरूजी, इंदिरा गांधी के साथ बाहुबली के चरणों में।
महाराज की ७६ वी वर्षगांठ के अवसर पर ७६ फल परिपूर्ण थालियों द्वारा पूजन ।
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