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भगवई
ग्रंथ का नाम
६१. पातञ्जलयोगदर्शनम् (व्यास भाष्य सहित)
६२. प्रज्ञापनावृत्ति
६३. प्रमाण नयतत्त्वलोक
६४. प्राचीन भारतवर्ष
६५. बौद्ध धर्म-दर्शन
६६. भगवई (खण्ड १, २)
६९. भारतीय धर्म और दर्शन ७०. भारतीय संस्कृति और उसका इतिहास ७१. भिक्षु विचार दर्शन
७२. भिक्षुशब्दानुशासनम्
लेखक/संपादक / अनुवादक वाचनाप्रमुख / प्रवाचक आदि
७६. महावीर कथा
७७. महासच्चकसुत्त ७८. राजप्रश्नीय वृत्ति
कर्ता - महर्षि पातञ्जलि व्याख्याकार - श्रीमद् स्वामी हरिहरानन्द आरण्य कर्ता - श्रीमन्मलयगिर्याचार्य
६७. भगवती जोड़ (खंड १-७) कर्ता - जयाचार्य
७९. राजस्थानी शब्द कोश
कर्ता - वादिदेव सूरि
सं. हिमांशुविज
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सत्यकेतु विद्यालंकार
आचार्य नरेन्द्रदेव
प्र.वा. आचार्य तुलसी
सं. युवाचार्य महाप्रज्ञ
६८. भगवती वृत्ति (प्रस्तुत ग्रंथ कर्ता - अभयदेवसूरि
का परिशिष्ट
प्रवाचक आचार्य तुलसी प्रधान सं. युवाचार्य महाप्रज्ञ
सं. साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा
ले. आचार्य बलदेव उपाध्याय कौशम्बी धर्मानन्द
ले. गोपालदास पटेल
४८७
कर्ता - मलयगिरी
सं. सीताराम लाळस
संस्करण
ले. आचार्य महाप्रज्ञ
ले. मुनिश्री चौथमलजी तथा | आयुर्वेदाचार्य पंडित श्री रघुनन्दन शर्मा
७३. भिक्षुशब्दानुशासनम् उणादि सं. मुनि राजेन्द्र कुमार
प्रकरणम् ७४. भ्रमविध्वंसनम्
कर्ता - श्रीमद् जयाचार्य
७५. मज्झिमनिकाय, सन्दक सुत्त सं. भिक्खु जगदीस कस्सपो सं २०१५
सन् १९७४ मोतीलाल बनारसीदास १४/८४-८८ दिल्ली - पाटन - वाराणसी
सन् १९१८ आगमोदय समिति, मेहसाणा, गुजरात
सन् १९८९ विजयधर्म सूरि ग्रंथमाला, उज्जैन
सन् १९९४ सरस्वती सदन, दिल्ली
जैन विश्व भारती,
सन् १९९४ सन् २००० लाडनूं ( राजस्थान) संस्करण सन् जैन विश्व भारती, १९८१ से लाडनूं (राजस्थान) १९९७
सन् २००० सन् १९४८
परिशिष्ट-६ : आधारभूत ग्रंथ सूची
भाष्य में प्रयुक्त स्थ
| सन् १९९९ आगमोदय समिति, बंबई
चौखम्भा
हिन्दी ग्रंथ रत्नाकर
कार्यालय बम्बई
सन् २००३ जैन विश्व भारती,
प्रकाशक
लाडनूं (राजस्थान) सन् १९८२ आदर्श साहित्य संघ,
सरदारशहर
वि.स.
१९९४
द्वितीय सं.
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शंभुलाल जगदीशशाह, गुर्जर ग्रंथ रत्न
कार्यालय, अहमदाबाद
राजस्थान शोध संस्थान, जोधपुर
१४ / आमुख
१२/२११-२१५
१३ / आमुख
१५/१४२
अनेक स्थानों पर
अनेक स्थानों पर
अनेक स्थानों पर
सन् २००१ जैन विश्व भारती, लाडनूं (राजस्थान)
| सन् १९२३ श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी १५/६५-६६
महासभा, कोलकाता
पालि प्रकाशन मंडल,
बिहार
१५ / आमुख १५/१४२ (भा.)
१५/२६,६५-६६
१२/१२५-१२६
१२/१२०
१५/१४२
१५/१४२
१४ / १४२
१३ / ९८
१५/१७९
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