________________
१२-१४ उद्देसा : बारहवां से चौदहवां उद्देशक
संस्कृत छाया
हिन्दी अनुवाद
उदधिकुमाराः भदन्त! सर्वे समाहाराः?
१३०. उदहिकुमारा णं भंते! सब्वे
समाहारा? एवं चेव॥
१३०. भंते! क्या सब उदधिकुमार समान
आहार वाले हैं? पूर्ववत्, द्वीपकुमार की भांति वक्तव्यता।
एवं चैव।
१३१. सेवं भंते! सेवं भंते! ति॥
तदेवं भदन्त! तदेवं भदन्त!
१३१. भंते! वह ऐसा ही है। भंते! वह ऐसा ही
१३२. एवं दिसाकुमारा वि॥
एवं दिशाकुमाराः अपि।
१३२. इसी प्रकार दिशाकुमार भी वक्तव्य हैं।
१३३. एवं थणियकुमारा वि॥
एवं स्तनितकुमाराः अपि।
१३३. इसी प्रकार स्तनितकुमार भी वक्तव्य
१३४. सेवं भंते! सेवं भंते ! जाव विहरइ॥
तदेवं भदन्त! तदेवं भदन्त! यावत् विहरति।
१३४. भंते! वह ऐसा ही है। भंते! वह ऐसा ही है, यावत् विहरण करने लगे।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org