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________________ ग्रंथ का नाम १. अणुओगदाराई (मूलपाठ, संस्कृत छाया, हिन्दी अनुवाद तथा तुलनात्मक टिप्पण) २. अनुकंपा की चौपाई भिक्षु ग्रंथ रत्नाकर, प्रथम खंड ३. अनुयोगद्वार वृत्ति ४. अभिधान चिन्तामणिः ( नाममाला) ५. अष्टसहस्री ६. आप्त मीमांसा ७. आयारचूला (अंगसुत्ताणि भाग-१) ८. आयारो (मूलपाठ, अनुवाद तथा टिप्पण) ९. आवश्यक (नवसुत्ताणि) १०. आवश्यक चूर्णि ११. आवश्यक नियुक्ति Jain Education International लेखक/संपादक / अनुवादक वाचनाप्रमुख / प्रवाचक आदि परिशिष्ट- ६ आधारभूत ग्रंथ-सूची वा. प्र. गणाधिपति तुलसी सन् १९९७ सं. आचार्य महाप्रज्ञ सन् १९६० रचयिता - आचार्य भिक्षु सं. आचार्य तुलसी कर्ता - मलधारी हेमचन्द्र सूरि सन् १९३९ कर्ता - आचार्य हेमचन्द्र रचयिता - आचार्य विद्यानंद रचयिता - आचार्य समन्तभद्र वा. प्र. आचार्य तुलसी सं. मुनि नथमल वा. प्र. आचार्य तुलसी सं. मुनि नथमल वा. प्र. आचार्य तुलसी सं. युवाचार्य महाप्रज्ञ कर्ता - श्री जिनदासगणि कर्ता - भद्रबाहु १२. आवश्यक निर्युक्ति दीपिका मुनि मानविजय १३. आवश्यक वृत्ति मलयगिरि संस्करण वी.नि.सं. २५० सन् १९७४ वि. सं. २०३१ सन् १९८७ (पाटन) वि.सं. २०२० चौखंबा विद्या भवन (वाराणसी) सन् १९२९ वि. सं. २०३८ सन् १९३९ सन् १९२८ प्रकाशक जैन विश्व भारती लाडनूं (राजस्थान) जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा, कोलकाता केशरदेवी ज्ञान मंदिर श्री गणेशवर्णी दिगम्बर, जैन संस्थान जैन विश्व भारती लाडनूं (राजस्थान) भाष्य में For Private & Personal Use Only प्रयुक्त स्थल ८/९७-१०३,१३९ १४६,२२२-२२३: ९/९-३२ ९/२५१-२५२ ९/९-३२ ९/१४८ ८/१८४-१८८ ८/१८४-१८८ ८/९७-१०३,१८४१८८; ९ / आमुख, १७७,२२६-२२९ जैन विश्व भारती लाडनूं ८/२४५-२४७, २५८२६९, ११ / आमुख (राजस्थान) जैन विश्व भारती लाडनूं १०/१-७ (राजस्थान) श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजी श्वेताम्बर संस्था, रतलाम (मालवा) श्री भेरूलाल कन्हैयाला कोठारी धार्मिक ट्रस्ट, आर. आर. ठक्कर मार्ग, बम्बई श्री विजयदान सूरीश्वर जैन ग्रंथ माला, सूरत आगमोदय समिति, बंबई ८/९७-१०३,१०/१-७ ८/९७-१०३, ९/ १७७ ८/९७-१०३, १८४१८८, ४४९-४५०, ९/२२६-२२९ ९/२२६-२२९ www.jainelibrary.org
SR No.003595
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 03 Bhagvai Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2005
Total Pages600
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size15 MB
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