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तमस्काय का चित्र
१अर्चि नामक विमान के
सारस्वतदेव
उत्तर
अव्यावाध देव १ शुक्राभि () अग्नेय देव सुनिष्टाभ
विमान ००० देव परिवार विमान
अबिपाली विमान २ आदित्यदेवर, प्रथम युगल ७०० देवतो
परिवार
अरिष्टाभदेव अरिष्टाभ विभान के दासी ९०० देव का परिवार
--- वहिन देव वेरोचन
बिमान: अरिष्टाविमान
दक्षिण
वायव्य
वरुणेन्द्र देव २) प्रभकर विमान : द्वितीय युगल १४०००
و عادخله (غ).
Susha000 Sunasassistant
नैऋत्य
छह प्रत्तर ब्रह्मकल्प
पश्चिम द्वितीय प्रत्तर २ प्रथम प्रत्तर १
माहेन्द्र'
सनतकुमार ३
| ईशाण२ सोधर्म १
:
पार रुपहा .असं
वह महाअंधकार
माणविस्तार होकर
नध करबादम अरुणका
तासर पतर असंख्यात योन
साधम देवलों क कंती
२०० या जन जाने
देश बढ़न पर प.धमदेव
16bab"
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