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परिशिष्ट-४
आधारभूत ग्रन्थसूची
ग्रन्थ का नाम
संस्करण
लेखक / सम्पादक / अनुवादक वाचनाप्रमुख/प्रवाचक आदि
प्रकाशक
भाष्य में प्रयुक्त स्थल
सन् १६७४
३/१०५; ५/७६, ७७,७८-८२
१. अंतगडदसाओ
अंगसुत्ताणि भाग-३
वा. प्र. आचार्य तुलसी सं. मुनि नथमल (आचार्य महाप्रज्ञ)
जैन विश्व भारती लाडनूं (राजस्थान)
सन् १६६६
वा. प्र. गणाधिपति तुलसी सं. आचार्य महाप्रज्ञ
२. अणओगदाराई
मूल पाठ संस्कृत छाया, हिन्दी अनुवाद तथा तुलनात्क टिप्पण
जैन विश्व भारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) लाडनूं (राजस्थान)
३/४; १/६४-६६, १५४-१५६; ६/१३२७/१५८,१५६
३. अनुकम्पा की चौपाई
भिक्षु ग्रन्थ रत्नाकर, प्रथम खण्ड
रचयिता--आचार्य भिक्षु सं. आचार्य तुलसी
प्रथमावृत्ति सन् १९६०
जैन श्वेताम्बर तेरापंथ महासभा, ३/६४ कलकत्ता
४. अनुयोग द्वार चूर्णि
कर्ता--जिनदास महत्तर
सन् १६२८
३/१६४-१७१; ६/१३२
श्री ऋषभ देवजी केशरीमल जी श्वेताम्बर संस्था रतलाम (मालवा)
५. अनुयोगद्वारवृत्ति
कर्ता-मलधारी हेमचन्द्र सूरि
सन् १६३६
केशरदेवी ज्ञान मन्दिर (पाटन)
३/१६४-१७१; ५/१५४-१५६, ६/१३३, १३४
६. अनुयोगद्वारवृत्ति
कर्ता-हरिभद्र
देखें अनुयोगद्वार चूर्णि
३/१६४-१७१
७. अन्ययोगव्यवच्छेदिका
कर्ता-हेमचन्द्राचार्य
सन् १६७E
६/३०-३२
श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल, श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, अगास
कर्ता-आचार्य हेमचन्द्र
वि. सं. २०२० चोखम्बा विद्याभवन (वाराणसी)
८. अभिधान चिन्तामणि (नाममाला)
३/३३,११४,११६-१२६,१६०; ५/६४,७/११६
६. अयोगव्यवच्छेदिका
कर्ता-हेमचन्द्राचार्य
सन् १९७६
३/१०५,
श्री परम श्रुत प्रभावक मण्डल श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, अगास
१०. आचारांगवृत्ति
कर्ता-श्री शीलांकाचार्य
सन् १६३५
श्रीसिद्ध चक्र साहित्य प्रचारक समिति, बम्बई
११. आप्तमीमांसा
५/१५०-१५३
सन् १६७४
१२.आयार चूला
अंगसुत्ताणि भाग-१
वा. प्र. आचार्य तुलसी सं. मुनि नथमल
जैन विश्व भारती लाडनूं (राजस्थान)
५/७६, ७७, १३-१४६, २५४-२५७; ७/२५, ६२
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