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भगवई
६०. अनेक जीव, एकेन्द्रिय - विकलेन्द्रिय वर्जित
शेष सोलह दण्डक
६१. विकलेन्द्रिय
६२. अनेक जीव, एकेन्द्रिय विकलेन्द्रिय वर्जित अनेक भवनपति आदि सोलह दंडक
६३. अनेक जीव, अनेक मनुष्य
| ६४. अनेक जीव, अनेक मनुष्य, अनेक सिद्ध
२६. ज्ञानी औधिक ज्ञानी मति श्रुत ज्ञानी
भंग
६५. अनेक जीव, एकेन्द्रिय वर्जित उन्नीस दंडक ६६. अनेक एकेन्द्रिय
६७. अनेक जीव एकेन्द्रिय विकलेन्द्रिय वर्जित शेष सोलह दंडक
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६८. एक जीव
६९. एक नारक आदि २४ दंडक
७०. अनेक जीव
७१. एकेन्द्रिय वर्जित अनेक नारक आदि उन्नीस दंडक
२६३
३
-
६
२७. अवधिज्ञानी
३०. अज्ञानी औधिक अज्ञानी मति
भंग
३
२८. मनः पर्यवज्ञानी
भंग
३
२९. केवलज्ञानी
भंग ३
भंग
३
३१. विभंगज्ञान
भंग
३
३२. सयोग
भंग
- श्रुत- अज्ञानी
सप्रदेश भी अप्रदेश भी
नियमतः सप्रदेश स्यात् सप्रदेश, स्यात् अप्रदेश नियमतः सप्रदेश
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श. ६ : उ. ४ : सू. ५४-६३
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