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________________ पारिभाषिक शब्दानुक्रम ३१६ भगवई -दलिक ७४ -निर्जरण ४४ -निषेक ७४ -पुद्गल २६,३०,३१,६३,७३,७४,८६,६८,२५३ -पुद्गल-वर्गणा २६,२८ प्रकृति ५,४१,७३,६४ -प्रतिष्ठित १३७,१३८ प्रदेश ३१,७५,६८ -बन्ध ४०,४८,५७,५६,६०,८१,१५७,१६३,२७४ -मुक्त ४० -रूप १६१ -लेश्या १३१ -विपाक ६६,१६५ -वाद २७,४८,७३,६८ वेदन ४८,७५,६८ -शरीर २८,३८ -शास्त्र-देखें कर्मम्रन्थ -सत्ता २७७ -सिद्धान्त २६५ कर्माशय १६५ कर्मिता २७३ कलकल २१६ कलह १३८,१७० कलुष ८६ -समापत्र ७५,२११,२१२ कल्प २०७,२०६ -स्थिति ६१ कल्पान्तर ८८,६१ कल्पोपपत्तिका १६१ कल्याण २२१,२४३ कवल आहार १५०,१५१,१५२,१५३ कषाय ३४,५६,६३,१८३,१६३,२५२ का उदय या विलय ६३ की अल्पता १६१ कुशील निग्रंथ ३५ -चतुष्क १ -वशाते २२६ -समुद्घात २५२ कांक्षा ७४,७५,८६,६१,६२,६३,१७७,२११,२१२,२६४ का जन्म ६१ -प्रदोष ५,१७७ मोहनीय कर्म ७२,७३,७४,७५,७६,८०,८१,८७,८८, ८६,९०,६१,६३ कान्दर्पिक ६६,६७,६८ कापिल ६६ कापोत लेश्या ३४,३५,६०,६१,६२,११४,११६,११७,११८,१२० काय ४०,२०२ -क्लेश १७ -गुप्त २३५ -परीत १७१ -भवस्थ २६१ योग १६,११६,१६५,१७४ -समित २३५ -स्थिति ६५,२०२ कायिक परिष्पन्द १६५ कायिकी क्रिया १६२,१६३,१६४,१६५ कायोत्सर्ग ८,२३८,२५० __-मुद्रा २३६,२४०,२४१ कारण २१७ कार्बन-डाइऑक्साइड २४ कार्मण शरीर २८,२६,११२,११३,११६,११८,१२०,१४७,१५२,१७२, १७४,१७५,२०३,२२४ योग २५४ वर्गणा ६३ काल ११,२६,३०,६०,६६,१०२,१२५,१२६,१२६,१३२,१६७,२००, २०१,२०१,२०२,२०७,२०६,२१०,२२०,२६३,२७४,२८७,२८८, २८६,२६१ -मर्यादा ४८,२५१ कालतः २२३,२२४,२२५,२२६ काव्यानुशासन ११ किंपुरुष २६४,२६६ किन्नर २६४,२६६ किल्विषिक ६६,६७,६८ किल्विषी भावना ६८,६६ कीलिका १६,११३ कुटिव्रत ६६ कुण्डलिनी २४१ कुत्रिकापण २६८,२६६ कुब्ज १५ कुलसम्पन्न २६८ कुलस्थविर १८३ कृत ७३,७५,१५७,१५८,१६६,१६७ कृतयोगी २४७ कृतयोग्य स्थविर २४५,२४७,२४८ कृतिकर्म २० कृष्णपक्ष १७१ कृष्ण-परिव्राजक ६६ कृष्ण लेश्या ३४,३५,३६,६०,६१,६२,११६,११७,११८,१७४ केवल०,१०३ -ज्ञान १७,२२,६३,६०,११,१२०,२६३ -ज्ञानी १३,१०४ -णाणजिणे १३ दर्शन ६०,२६३ ब्रह्मचर्यवास १०१ संयत जीव ३६ संयम १०१ केवली १२,१८,४१,१०२,१०३,२१०,२२०,२५३ __-समुद्घात २५२,२५३,२५४,२६२ कोश ३८ कोशिका-दीवारें २८० कौटुम्बिक २१६ कौतुक २७१ कौरव २१४ क्रमविकासवाद १३३ क्रमोपयोगवाद ६२ क्रियमाण १६४ कृत १२६ क्रिया १९६,१९० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003593
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 01 Bhagvai Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1994
Total Pages458
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size12 MB
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