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अचलनाता ___ संपूर्ण आयुष्य-काल--७२।४ अकंपित
संपूर्ण आयुष्य-काल-७८।२ इन्द्रभूति
संपूर्ण आयुष्य-काल-६२२
अगारवास-काल-८३।४ पूर्ण आयुष्य-काल-८४१२ गण और गणधर-८४१६ श्रमणों की संख्या-८४१७ परिनिर्वाण-काल-८६१ ऊंचाई-प्र०२५
ऋषभ और महावीर का अन्तर-काल---प्र० ८७ २. अजित
गृहवास-काल-७१।३ गण और गणधर-६०२ अवधिज्ञानियों की संख्या-६४१२; प्र०८४ ऊंचाई-प्र०२१
सुधर्मा
संपूर्ण आयुष्य-काल-१००१५
१०. ज्ञान अर्थावग्रह-६६ आभिनिबोधिक ज्ञान के प्रकार-२८।३ आभिनिबोधिक ज्ञान की उत्कृष्ट स्थिति-६६।४ अवधिज्ञान के प्रकार-प्र० १७२
११.तिर्यञ्च
३. संभव
गृहवास-काल-५२ ऊंचाई-प्र०१६ ४.अभिनंदन
ऊंचाई-प्र० १५ ५. सुमति
ऊंचाई-प्र०६ ६. पद्मप्रभ ऊंचाई-प्र०७
असंख्य वर्षों की आयु वाले संज्ञी पञ्चेन्द्रिय तिर्यञ्चों की स्थिति-११३५; २।१२; ३३१७ बादर वनस्पति की स्थिति--१०।१७ जलचर पञ्चेन्द्रिय के योनि-प्रमुख--१३।५ गर्भावक्रान्तिक पञ्चेन्द्रिय तिर्यञ्चों का प्रयोग-१३०७ सम्मच्छिम भुजपरिसर्प की उत्कृष्ट स्थिति-४२१५ सम्मच्छिम उरपरिसर्प को उत्कृष्ट स्थिति-५३४ सम्मूच्छिम खेचर पञ्चेन्द्रिय की उत्कृष्ट स्थिति-७२१८ योनि प्रमुखों का परिमाण-८४११४ तिर्यञ्चों के आवास-प्र० १४६,१४७ तिर्यञ्चों के आयुष्य के आकर्ष-प्र०१८५ पृथ्वीकायिक से गर्भावक्रान्तिक तिर्यञ्चों का संहननप्र० १६०,१६२ पृथ्वीकायिक से गर्भावक्रान्तिक तिर्यञ्चों का संस्थानप्र० १६६,२०५ पथ्वीकायिक से गर्भावक्रान्तिक तिर्यञ्चों का वेद-प्र० २१२,
७. सुपार्श्व
वादियों की संख्या-८६०२ गण और गणधर-६५१ ऊंचाई-प्र०४
८.चन्द्रप्रभ गण और गणधर-६३१ ऊंचाई-प्र० १
तिर्यञ्च गति के उपपात और उद्वर्तना का विरह-कालप्र० १८०,१८१
१२. त्रिषष्टिशलाकापुरुष (क) तीर्थङ्कर १. ऋषभ
पूर्वभव---२३॥३,४ महाराज-काल--६३११
६. सुविधि केवलियों की संख्या-७५१ गण और गणधर-८६१
ऊंचाई-१००१३ १०. शीतल
गृहवास-काल-७श२ गण और गणधर-८३१२ ऊंचाई-६०१
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