________________
'भवंत-भाणितव्य
'००३
ज ४.१५१११ सू ३११ उ १५१४१,३।५० भवधारणिज्ज (भवधारणीय) प १५१८,१६; भवति ५१४।५ २८,३२,६६,६४७१३; • २११५८,५६,६१,६२.६५ से ६७,७०,७१ १५५८११,३६।११ ज ११२६ सू श१३ भवपच्चइय (मवप्रत्ययिक) ३३१ भवतु ज २१६४ भवह उ १६४२ भविस्सइ भवसिद्धिय (भवसिद्धिक) प ३११३,१८३; ज ११४७,१२७, २०७१,१३१ उ ११४१,५१४३ १८/१२२,२८।१११,११२ भविरसंति ज २११३३ भवे प ११४८३० से भवित्ता (भूत्वा) प २०११७ ज २१६५ उ ३.१३ ३८ ज २१६ सू १६११:५१३,१५.१,४,
४११४:५॥३२ १६॥२२॥१३,१५,२११४,५ भवेज्जा उ ३.८१ भविय (भविक) प ११२,२८1१०६।१ भवंत (भवत् ) ज ३१२४६१,२,१३१३१,२
भविय (भव्य) ज ५।५८ उ ३१४३,४४ भवक्खय (भवक्षय) प २१६४।१० उ ३३१८,१२५, भवोवग्गह (भवोपग्रह) प ३६१८३११ १५२,४।२६:५।३०,४३
भवोववायगति (भवोपघातगति) प १६१२४,३१, भवचरिम (भवचरम) प १०॥३६,३७
३२ भवण (भवन) प २।१,४,१०,१३,३० से ४०, भन्द (भव्य) प १६१५५; १७१३२ कमरख,
४०३,४,२१४२,४३,१११२५ ज १।३१,५१; करेला २।१५,२०,६५,१२०, ३१३,२५,२६,३२१२, भवपुरा (भव्यपुरा) ज ३११६७७ ३८,३६,४६,४७,५१,५२,१०३,१४०,१४१, भसोल (दे०) ज ५१५७ १८३,१८६,२०४:४।६,१०,११,३३,४१,७०, भाइणज्ज (भागिनेय) उ ३३१२८ ६०,६३,१४७,१५३,१५६,१७४,१८२,२३८, भाइयत्व (भेतव्य) ज ५१५,७ से १०,१२,१३,४६
२४३,५१,५ से ७,१७,४४,६७,७० उश३३ भाइल्लय (दे०) ज २२२६ भवणपति (भवनपति) ज ३.१८६,२०४
भाग (भाग) प २११०,११:२३।१६०,१६४,१६७,. भवणपत्थड (भवन प्रस्तट) प २११
१७५, २८५४०,४३,६६ ज २१६४ च ५११
सू१११६,२४.२६,२७,२६,३०२।१३,३३२ भवणवइ (भवनपति) प १६।२६,२०१५४ ज २६५,
४१४,५,७,१०,६.१,६।३:१०।२,१३३,१३५, ९६ १०० से १०२,१०४,१०६,११०,११३ से
१३८ से १४२,१४४ से १६३,१११२ से ६; ११६,१२०४।२४८,२५०,२५१:५१४७,५६,
१२।२,३.६ से ६,१२.१३,१६ से २८,३०; ६७,७२ से ७४
१३.१,३,४,७ से १२,१४ से १७१४१३,७; भवणवति (भवनपति) प६१०६,३४११६,१८
१५।२ से २०,२२ से २६३१,३२,३४,१८१६, भवणवासि (भवनवासिन्) प १।१३०,१३१,२१३०,
१०,२५,२६,१६॥२२॥१६,२०१३ ३०११,२।३२, ३।२६,१३३,१८३,४।३१ से
भागसय (भागशत) ज ७८१,८४,६८,६६,१०० ३३,६५८५१७।५१,७४,७६,७७,८१,८३; भागसहस्स (भागसहस्र) ज ७१८१,६५,६६ २०१६१:२११५५,६१,७० ज २१६४; ५।५२ भाणितब्व (भणितव्य) प २।३२,४०,४२,५०; सू२०१७
३.१८२,४।६८,५१२२.३६,४३,६१,७६,६६, भवणवासिणी (भवनवासिनी) १३.१३४,१८३; १०६,११७,१२२.१५२,२०६,२२६,२४४; ४१३४ से ३६:१७५.१,७५,७६,८२,८३
६:४६,५६.६६,८१,८३,८६,८६,६२,९५, भवणावास (भवनावास) प २१३० से ३६
१००.१०२.१०३ १०७,१०८,१०११४,१६।२० भवत्थकेवलि (नवस्थकेवलिन् ) प १८१६६,१०१ सू१२१४,२२,२५
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org