________________
अधिय-अपत्यपत्थग
अधि ( अधिक) सू १३।११.१४ अधिवति (अधिपति) २१५०,५१ अपेसमा (अधः सप्तमी ) प ३१८३ अनिल (अनिल) ज २२६८,१३१ अपइट्ठाण (अप्रतिष्ठान ) प २२७ अच्चखाण (अपत्य स्थान ) प १४७ २३०३५ अपच्चक्खाणकिरिया ( अप्रत्याख्यानक्रिया )
प १७।११,२२,२३,२५ २२६०,६४,६६, ७२.७४,६८,६९
अपच्चवखाणि (अप्रत्याख्यानिन् ) प २२१६४ अपचवाय (अप्रत्याख्यात) ११८ अपज्जत (अपर्याप्त ) प १।१७.२२,३१,४९ से ५१,६०,६६,७५,७६,८१२।१७.२० से ३१,४१ से ४३,४८ से ६३२०४३ से ४१, ५३ से ६०,६४ से ३१,७५ से ८४,८५ से ६५, ११०,१७४ ४५५,०६,०१, ११, १३, १६,१९, २३८,२४१,२४४,२४७, २५०, २५३, २५६, २५, २६२,२६५, २६६, २७४, २७७, २८०, २०३, २०६, २८६,२१२, २५, २१० २१०६. १६.१०,२३ से ३२,२६,४०,४१,४८,५०,५३,
५५
अपज्जत्तग ( अपर्याप्तक ) प ११२०,२३,२५,२६,२६ २१,४८११० १२४६ मे ५१.५३,०४, १३१ से १३२,१३५,१३७.१३५२१२,३,५, ६,८,९,११,१२.१४ से १६:३४४१,४३ से ४१,५१,५३ से ६०,६२,६४ से ७१,७२,७५ ८४६१.९३ से १२११०,१४२, १४५,१५१, १८३३६७१,७२,८३,१०२ : ११.३९,४१: १५४१ १८४० २१०५.१०. १३,२०,३३,३४,२६,४१,५२५५.०२
"
३४।१२
अपन्जलगणाम (अपलकनामन् ) २३३८,१२० अपजलय (अपर्याप्तक) प १।२१ ३२०६२.६६ से ६८,८६,८६,६०, १, ६२, ६३, ६५, १४५, १५.४, १५७,१६०,१६२,१६,१६६,१७२,१७४,
Jain Education International
८२७
१८३४१२, ५, ८, ११.१४,१७,२०,२३,२६,२१,
३२,३५,३८,४१,४४,४७,५०,५३,५७,६०,६२,
६६,६८,७०,७१,७५,७७.८०, ८३, १०२, १०५, १०८.१११.११४,११७.१२०, १२३.१२६, १२६,१३२,१३२,१३८, १४१.१४४,१४७.
१५०,१५३,१५६,१५९,१६३,१६६,१६९. १७२.१७४, १७८,१०१.१८४, १८७,१९०. १६३,१६,१६,२०२,२०५,२०८, २११,२१४,
२१०,२२०, २२३,२२६,२२६,२३२,२३५. २७१६७१,७२,७९,८२,८४,६७.१०२. ११०३१.३५,२९,१८२८,१८,३०,२६,११४; २११४०, ४२ : २३।११३ २०१४३ मे १४५; ३६।५२
अपज्जत्ति (अपर्याप्त ) प २८३१४३ अपज्जवसित (अपर्यवसित) २०६४ अपजवसिय पर्यवसित) प १८७,१३,१७,
२५.२१, ५५,५६,५६,६१,६४,९७,६८,७५ से ७७,७६,८२,८३,०६,८८, १०, १२, १००, १०५,१११, ११२,११५.११८,१२१.१२३. १२४,१२७
अपज्जुवाणा (पर्युपासना) उ ३।४७ अकिंत (अप्रतिक्रान्त) उ २८३, १२०, ४२४ अपडिबद्ध (अप्रतिबद) ज २०७० अपविद्धानि (अप्रतिगामिन् २६६ अपामा ( अप्रतिबुध्यमान) ज २२६५; ३।१०६
अपडिवाद (अप्रतिपातिन् ) प ३३१०१ २३०३५ अपडिवाति (अप्रतिपातिन् ) प १।११४ अपणिमाण (अप्रतिशृण्वत् उ ११२७ अपविय (अप्रतिहत) ११०१ अपडीवार (अप्रत्थवतार) प ३०।२७, २८ अपदम (अप्रथम ) प ११३,१०३, १०६,१०७. १०६,११०, ११३, ११४,११६,११६,१२०, १२२, १२३:१६३७ अपत्यपथ (अप्राचितार्थक ) ३।१२४ उ १।११५.११६
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org