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________________ गयवइ-गामरोग गयवइ [गजपति ] ओ० ५१,६३ गहणया [ग्रहणता] ओ० ५२. रा० ६८७ गयविलंबिय [गजबिडम्बित] रा० ६१ गहणी [ग्रहणी] जी० ३१५६८ गयविलसिय [गजविलसित] रा० ६१ गहदंड [ग्रहदण्ड ] जी० ३३६२६ गया [गदा] ओ० १. रा० २४६ महमुसल [म्हमुसल] जी० ३।६२६ गरहणा [गर्हणा] ओ० १५४,१६५,१६६. गहविमाण [ग्रहविमान] जी० २।४२, ३।१००६, रा०८१६ १०१२,१०१७,१०३१ गडज्मय [गरुडध्वज रा० १६२. जी० ३१३३५ गहसंघाडय [ग्रहशृङ्गाटक } जी० ३१६२६ गाय [गरुक] जी० ११५; ३२२२ गहाय गृहीत्वा] रा० १२. जी० ११८ गरुयत्त [गरुकत्व] रा० ७६२,७६३ गहित | गृहीत] जी० ३1३०३,४५७,४५६,४६१ गरुल [गरुड ] ओ० १६,४७,४८,१२०,१६२. रा०६९८,७५२,७८६. जी० ३।५६६ गहिय | गृहीत ] ओ० ४६,४६,७०,११६,१२०,१६२. गहलवूह [गरुडव्यूह ] ओ० १४६. रा०८०६ रा० १२,६६,७०,१३३,२६१,२६३ से २६६, गरलासण [गरुडासन] रा० १८१,१८३. ३००,३०५,३१२,३५५.६६४,६८३,६८६,६६८, जी० ३१२६३ ७५२,७८६,८०४. जी ३४५८,४६०,४६२, गस [गल ओ० ५७. जी० ३।५६७ ५२०,५५४,५६२ गवक्ख गवाक्ष] जी० ३३६०४ ‘गा [ग]-गायंति. रा० ११५. जी०३४४७. गवस्खजाल [गवाक्षजाल] रा० १३२,१६१. --गिज्जइ. रा० ७८३ जी. ३२६५,३०२ गाउय [गव्यूत, गव्यूति] ओ० १६५. गवच्छिय दे० आच्छादनम् ] रा० १५३. जी० ११८८,९०,१०३,१२१,१२४,१३०; __ जी० ३६३२६ ३३१०७,७५६,९१८,१०२२ गवल [गवल] ओ० ४७. रा० २५. जी० ३।२७८ गाढ गाढ] रा०७७४ गवेलग [गवेलक] ओ० १,१४,१४१. गात [गात्र] जी० ३१४५१,४५७,६०२,८६०,८६६, ___ रा०६७१,७४४,७६६ ८७२,५७८ गवेसण गवेषण] ओ० ११७,११६,१५६ गातलहि मात्रयष्टि] जी० ३।५६७ गयेसणया [गवेषणा] रा० ७६५,७७४ गाया गाथा) जी० ३१५८ गवेसि [गवेषिन् ] रा० ७७४ गाषा [गाथा] जी० ३१६३१ गह [ग्रह] ओ० ५०,६३,१६२. रा० १२,७६,१७३, गाम [ग्राम] ओ १,२८,२६,४६,६८,८६ से ६३, २६१,२६३ से २६६,३००,३०५,३१२,३५५. ९५,९६,१५५१५८ से १६१,१६३,१६५. जी० २११८, ३१२८५,६३१,७०३,८०६, रा० ६६७,७८७७८८, जी० ३१६०६,६३१, ८३८।३,६,६,२२,२६,३०,८४५,१०२०,१०२१, १०२६,१०३७,१०३८ गहअवसब्द [ग्रहापसव्य] जी० ३१६२६ गामकंटग [नामकण्टक] ओ० १५४,१६५,१६६. गहगज्जित [ग्रहजित] जी० ३१६२६ रा० ८१६ गहगण [ग्रहगण] रा० १२४. जी० ३।५८६, गामदाह [ग्रामदाह] जी० ३१६२६ ८३८।१०,२१,८४१,८४२,१०२० । गाममारी [ग्राममारी] जी० ३१६२८ गहजूद ग्रहयुद्ध जी० ३१६२६ गामरोग [ग्रामरोग] जी० ३।६२८ ८४१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003568
Book TitleAgam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Ovaiyam Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1989
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_aupapatik
File Size8 MB
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