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________________ सूत्र २४,३२,३४,३५,३६ सूत्र २५, २६ ओवाइय सूत्र २३ : चइता हिरण्णं चिच्चा सुवण्णं चिच्चा धणं एवं - धणं बलं वाहणं कोर्स कोट्ठागारं रज्जं रट्ठं पुरं अंतेउरं, चिच्चा विउलधण कणग- रयण-मणिमोत्तिय संख - सिलप्पवाल- रत्त- रयणमाइयं संत-सारसावतेज्जं विच्छडुइत्ता विगोवइत्ता, दाणं च दाईयाणं परिभायइत्ता, मुंडा भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइया । सूत्र २७ सूत्र २७,२८,२६ ५३७ Jain Education International म्मिलियम्स अहापंडुरे पभाए रत्तासोगपगासकिसु - सुमुह- गुंजद्ध रागसरिसे कमलागर णलिणिबोए उट्टियम्म सूरे सहस्सरस्सिम्मि दिणयरे तेयसा जलते । भगवती २।११६६ कल्लं पाउप्पभायाए रयणीए फुल्लुप्पल कमल कोमलुम्मिलियम्मि अहपंडुरे पभाए रत्तासोयप्पकासे किसु सुयमुह गुंजद्धरागसरिसे कमलागरसंडबोहर उट्ठियम्मि सूरे सहस्सरस्सिम्मि दिणयरे तेयसा जलते । - अनगार-प्रव्रज्या महाओ १११।२४ ( अतिरिक्त पाठ ) अणुओगदारं, लोइयं दव्वावस्तयं सू० १६ आयार-चूला १५/२६ : चिच्चा हिरणं, चिच्चा सुवण्णं, चिच्चा बलं, चिच्चा वाहणं चिच्चा धण धण्ण-कणय रयण-संत-सारसावदेज्ज, विच्छड्डेत्ता, विगवित्ता, विस्साणित्ता, दायारेसु णं दायं पज्जभाएत्ता रायपसेणइयं सूत्र ६६५ : चिच्चा हिरण्णं, एवं --- धणं धष्णं बलं वाहणं कोसं कोट्ठागारं पुरं अंतेउरं चिच्चा विउलं धण-कणगरयण-मणि मोत्तिय संख सिल प्वाल संतसारसावएज्जं, विच्छडित्ता विगोवइत्ता, दाणं दाइयाणं परिभाइत्ता, मुंडा भवित्ता णं अगाराओ अणगारिय पव्ययंति | निर्ग्रन्थ-तप-वर्णक - - पहावागरणाई ६६ रायपसेणइयं सूत्र ६८६ भगवती २१५ नायाधम्मक हाओ ११११४ भगवती २१५५ रायपसेणइयं सूत्र ८१३ निरयावलियाको ३१४ पहा वागरणाई १०।११ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003568
Book TitleAgam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Ovaiyam Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1989
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_aupapatik
File Size8 MB
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