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वणसंडगमण-पदं २१, सेलगजक्ख-पदं २६, रयणदीवदेवया-उवसग्ग-पदं ३७, जिणरक्खियविवत्ति-पदं ४१, जिणपालियस्स चपागमण-पदं ४५. निक्खेव-पदं ५४ ।
दसमं अज्झयणं
पृ० २२१-२२३ उक्खेव-पदं १, परिहायमाण-पदं २, परिवडढमाण-पदं ४, निक्लेव-पदं ६ । एक्कारसमं अज्झयणं
पृ० २२४-२२६ उक्खेव-पदं १, देसविराहय-पदं २, देसाराहय-पदं ४, सव्वविराहय-पदं ६, सव्वाराहय-पदं निक्लेव-पदं १०।
बारसमं अज्भयणं
सू० १४६
पृ० २२७-२३६ उक्खेव-पदं १, फरिहोदग-पदं ३, जियसत्तुणा पाणभोयणपसंसा-पदं ४, सुबुद्धिस्स उवेहा-पदं, ६, जियसत्तुणा फरिहोदगस्स गरहा-पदं ११, सुबुद्धिस्स उवेहा-पदं १५, जियसत्तुस्स विरोधपदं १८, सुबुद्धिणा जलसोधण-पदं १६, सुबुद्धिणा जलपेसण-पदं २०, जियसत्तुणा उदगरयणपसंसा-पदं २१, जियसत्तुणा उदगाणयणपुच्छा-पदं २४, सुबुद्धिस्स उत्तर-पदं २७, जियसत्तुणा जलसोधण-पदं ३०, जियसत्तुस्स जिण्णासा-पदं ३१, सुबुद्धिस्स उत्तर-पदं ३२, जियसत्तुस्स समणोवासयत्त-पदं ३४, पव्वज्जा-पदं ३८, निक्खेव-पदं ४६।
तेरमर्म अज्झयणं सू० १-४५
पृ०२३७-२४७ उक्खेव-पदं १, गोयमस्स पुच्छा-पदं ४, भगवओ उत्तरे दद्रदेवस्स नंदभव-पदं ७, नंदस्स धम्मपडिवत्ति-पदं ,मिच्छत्तपडिवत्ति-पदं १३, पोक्खरिणी-निम्माण-पदं १५, वणसंड-पदं १८, चित्तसभा-पदं २०, महाणसमाला-पदं २१, तिगिच्छियसाला-पदं २२, अलंकारियसभा-पदं २३, नंदस्स पसंसा-पदं २४, नंदस्स रोगप्पत्ति-पदं २८, तिगिच्छा-पदं २६. भगवओ उत्तरे ददुरदेवस्स ददुरभव-पदं ३२, ददुरस्स जाइसरण-पदं ३५, भगवओ रायगिहे समवसरण-पदं ३७, ददुरस्स समवसरणं पइ गमण-पदं ३६, ददुरस्स मच्चपदं ४१, निक्खेव-पदं ४५ !
चोदसमं अज्झयणं
सू० १-८६
पृ० २४८-२६५ उक्खेव-पदं १, पोट्रिलाए कीडा-पदं ८, तेयलिपुत्तस्स आसति-पदं ६,पोट्टिलाए वरण-पदं १२ पोट्रिलाए विवाह-पदं १८, कणगरहस्त रज्जासत्ति-पदं २१, पउमावईए अमच्चेणमंतणापदं २२, अवच्च परिवत्तण-पदं २४, दारियाए मयकिच्च-पदं ३१, अमच्चपुत्तस्स उस्सव-पदं ३३, पोट्टिलाए अप्पियत्त-पदं ३६, पोट्टिलाए दाणसाला-पदं ३८, अज्जा-संघाडगस्स भिक्खायरियागमण-पदं ४०, पोट्टिलाए अमच्चपसायोवाय-पुच्छा-पदं ४३, अज्जा-संघाडगम्स उत्तर-पदं ४४, पोट्टिलाए सावया-पदं ४५, पोट्टिलाए पव्वज्जा-पदं ५०, कणगरहस्स
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