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अस्सिपडियाए-पदं १२, समण-माहणाइ-समुद्दिस्स-पद १६, कुल-पदं १६, अदमी-आदि-पध्वपदं २१, कुल-पदं २३, महामह-पद २४, संखडि-पदं २६, विचिगिच्छा-समावण्ण-पो 15 सव्वभंडगमायाए-पद.३७, कुल-पद ४१, संखडि-पद ४२, खीरिणी-गावी-पदं४४ मा पदं ४६, विसमट्ठाण-परक्कम-पदं ५०, वियाल-परक्कम-पदं ५२, विसमट्ठाण-परक्कम-पदं ५३. कंटक-बोंदिय-पदं ५४, अणावायमसलोय-चिटण-पदं ५५, परिभायण-संभुजण-पदं ५७, पव्व. पविट्समणादि-उवाइक्कमण-पदं ५८, भत्तट्ठ-समुदितपाणाणं उज्जुगमण-पदं ६१, गाहावइकलपविएस्स अकरणिज्ज-पदं ६२, पुरेकम्म-आदि-पदं ६३, पिहुय-आदि-कोण-पदं १२. लोक पदं १३. अगणि-णिक्खित्त-पदं ८४, मालोहड-पदं ८७, मट्टिओलित्त-पदं १०. पढविकारपइट्ठिय-पदं ६२, आउकाय-पइट्ठिय-पदं ६३, अगणिकाय-पइट्ठिय-पदं ६४, अच्चुसिग-बीयणपदं ६६, वणस्सइकाय-पइट्ठिय-पदं ९७, तसकाय-पइट्ठिय-पदं ६८, पाणग-जाय-पदं हर गंध-आघायण-पदं १०५, साल्य-आदि-पदं १०६, पिप्पलि-आदि-पदं १०७, पलंब-जाय-प १०८, पवाल-जाय-पदं १०६, सरदुय-जाय-पदं ११०, मंथु जाय-पदं १११, आमडाग-आदिपदं ११२, उच्छ्र-मेरग-आदि-पदं ११३, उप्पल-आदि-पदं ११४, अग्गबीय-आदि-पदं ११५. उच्छु-पदं ११६, लसुण-पदं ११७, अस्थिय-आदि-पदं ११८, कण-आदि-पदं ११६, पच्छाकम्मपदं १२१, पुरापच्छासंथुय-कुल-पदं १२२, गिलाण पदं १२४, माइट्ठाण-पदं १२५, बहियानीहड. पदं १२८, माइट्ठाण-पदं १३०, बहुउज्झिय-धम्मिय-पदं १३३, अजाणया-लोण-दाण-पदं १३६. माइट्ठाण-पदं १३८, मणुण्ण-भोयण-जाय-पदं १३६, सत्त पिंडेसणा सत्त पाणेसणा-पदं १४०।।
बीयं अज्झयणं
सू० १-७७
पृ० १२०-१३८ उवस्सयएसणा-पदं १, अस्सिपडियाए उवस्सय-पदं ३, समण-माहणाइ-समूहिस्स-उवस्सयपदं ७, परिकम्मिय-उवस्सय-पदं १०, बहिया निस्सारिय-उवस्सय-पदं १४, अंतलिक्ख-जायउवस्सय-पदं १८, सागारिय-उवस्सय-पदं २०, तण-पलालाच्छाइय-उवस्सय-पदं ३१, वज्जियन्व-उवस्सय-पदं ३३, कालाइक्कंत-किरिया-पदं ३४, उवट्ठाण-किरिया-पदं ३५, अभिक्कतकिरिया-पदं ३६, अणभिक्कंत-किरिया-पदं ३७, वज्ज-किरिया-पदं ३८, महावज्ज-किरियापदं ३६, सावज्ज-किरिया-पदं ४०, महासावज्ज-किरिया-पदं ४१, अप्पसावज्ज-किरिया-पदं ४२, उवस्सय छलण-पदं ४४, उवस्सय-जयण-पदं ४५, उबस्सय-जायणा-पदं ४७, सेज्जायरनाम-गोय-जायणा-पदं ४८, उवस्सय-विसुद्धि-पदं ४६, संथारग-पदं ५७. संथारग-पडिमापदं ६२, संथारग-पच्चप्पण-पदं ६८, उच्चारपासवण-भूमि-पदं ७०, सयण-विहि-पदं ७२। .
तइयं अज्झयणं
सू०१-६२
पृ० १३६-१५२ वासावास-पदं १, गामाणुगाम-विहार-पदं ४, नावा विहार-पदं १४, नाबा-विहार-पदं २४, जंघासंतारिम-उदग-पदं ३४, विसमद्राण-परक्कम-पदं ४१, अभिणिचारिय-पदं ४४, पडिपहिय-पदं ४५, अंगचेद्वापुव्वं निभाण-पदं ४७, आयरिय-उवज्झाय-सद्धि विहार-पदं ५०, आहारातिणिय-सद्धि-विहार-पदं ५२, पाडिपहिय-पदं ५४, वियाल-पदं ५६, आमोसगपदं ६०।
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