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________________ मोह-रणवास २४३३ २११११,१६; २८।२०; ३२।२,६ से ६,१०१, १०५,३३१२,३६।२५६. दसा० ६२।३६. प०५८ मोह (मोघ) उ० १३१३३ मोहंत (मुह्यत्) नि० १२.२६; १७।१५१ मोहट्ठाण (मोहस्थान) उ० ३°१६ मोहणिज्ज (मोहनीय) उ० ६।१; २६७,७२; ३३१८,६,२१. अ० २७८,२८२,२८४,६१७. दसा० ५।७।१० मोहणिज्जट्ठाण (मोहनीयस्थान) दसा० ६।२ मोहणिज्जत (मोहनीयत्व) दसा० ६।२ मोहणीयट्ठाण (मोहनीयस्थान) आ० ४।८ मोहरिय (मौखर्य) उ० २४१६. क० ६.१६ य (च) द० २२. उ० १।६. नं० ३८. अ० २. दसा० १३.५० २. क. ११५. व० ११६ य (यत्) नं० गा० १६ या (च) क० ३।२६ याण (जा)-याणई द० ४।१२.-याणाइ द० ४।१२ रक्ख (रक्ष)-रक्खेज्ज उ० ४।१२ रक्खंत (रक्षत्) दसा०१०।१४ रक्खण (रक्षण) उ० ३२।२८,४१,५४,६७,८०,६३ रक्खमाण (रक्षत् ) उ० २२।४० रक्खस (राक्षस) उ०१६।१६; २३।२०, ३६.२०७. अ० २५४ रक्खसी (राक्षसी) उ० ८।१७ रक्खा (रक्षा) उ० १६११ रविखय (रक्षित) उ० २।१५; १५२. ५० १६६ रक्खियध्व (रक्षितव्य) दचू० २।१६ रचिय (रचित) अ० ३८१ रच्छा (रथ्या) उ० ३०।१८ रच्छामुह (रथ्यामुख) क० १११२,१३ रजत (रजत) अ० ३८५ रज्ज (राज्य) दचू० ११४. उ० ७।११।६।२; १४।४६; १८।१२,१६,३७,४४,४६,४७,४६. ___ अ० ३१०. ५० ५२,७४,१६५. नि० ११६७२ रज्ज (रञ्ज)- रज्जति नि० १२।३० रज्जत (रज्यत्) उ० १६६ रज्जपरियट्ट (राज्यपरिवर्त) व०७।२८ रज्जपालिया (राज्यपालिका) प० २०० रज्जमाण (राज्यमान) उ० २६१४. नि० १२।३०; १७।१५२ रज्जलाभ (राज्यलाभ) प० ३८,४७ रज्जवइ (राज्यपति) प० ३८,४७ रज्जवास (राज्यवास) प० १६५,१८० रज्जु (रज्जु) अ० ३८०. नि० १८।१३ रज्जुगसभा ('रज्जुग सभा) प० ८३,८४,१०६ रज्जुपासय (रज्जुपाशक) नि० १२।१,२; १७।१,२ रज्जुय (रज्जुक) नि० १३१४, २०१३ रट्ट (राष्ट्र) उ० १८।२०,२१३१४. ___ दसा० ६।२।१६. ५० ५२,७४ रण (रण) उ० १४॥३० रण्ण (अरण्य) द० ४ सू० १३,१५. उ० १४१४२ रण्णवास (अरण्यवास) उ० २५।२६ रह (रति) उ०५।५; १४१७,२१,१६१६; १९।१३, २०२१ ३२११०२ रइय (रचित) उ० २२।१२. दसा० १०१११,१२, १४,१५. प० २४,४२ रइवक्का (रतिवाक्या) दचू० १ रएंत (रजत्) नि० ३।२१,२७,३३,४६,५५,६४; ४१५६,६५,७१,८७,६३,१०२; ६।३०,३६,४२, ५८,६४,७३,७११६,२५,३१,४७,५३,६२, १२१६,२२,२८,४४,५०,५६% १११०४,११०, ११६,१३२,१३८,१४७ रंग (रङ्ग) प०७४ रंगत (रङ्गत्) ५० ३१ रंगमझ (रङ्गमध्य) अ० ३०७।४. ५० ७४ रक्स (रक्स) प० २२२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003556
Book TitleNavsuttani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2000
Total Pages1316
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size29 MB
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