________________
१२६
जिणंत-जीवत्थिय
जिणंत (जयत) ६०४१२७
जिय (जीव) उ० २२।१८,१६ जिणकप्पट्ठिति (जिनकल्पस्थिति) क० ६।२० जियकप्पिय (जीतकल्पिक) ५० ७३,११२,१६५ जिणकप्पिय (जिनकल्पिक) व० ५।२१
जियभय (जितभय) ५०१० जिणदिट्ठ (जिनदष्ट) अनं० ६. अ० १६,१७,३७, जिहा (जिह्वा) उ० ३२०६१
३८,६०,६१,८४,८५,१०६,११०,५६६,५६७, जीय (जीत) प० १४. व० १०६ ६२६.६२७,६३८,६३६,६५०,६५१,६७६, जीयकप्पिय (जीतकल्पिक) ५० १२६ ६७७,७०३,७०४
जीरयवच्च (जीरकवर्चस) नि० ३१७७ जिणदेसिय (जिनदेशित) दचू० ११९
जीव (जीव) आ० ४१४,८,९.द० ४ सू० ४ से १८ जिणमग्ग (जिनमार्ग) उ० २२।३८
गा० १२ से १५; १६८; ६।१०।८।२;६।५. जिणमय (जिनमत) ८० ६।५५
उ० २।२७, ३।७; ७।१६, ८।३; १०१५ से १५; जिणवयण (जिनवचन) द० ६।४।५; चू० १११८.
१२।४४; २३।७३; २६।५२; २८।३,१०,११,१४ उ० ३६।२६०,२६१. अ० ३१२
१७; २६१ से ७२, ३०।२,३,२७,३१, ३२।२७, जिणवर (जिनवर) आ० २१५५१४।५. उ०
४०,५३,६६,७६,६२; ३३।१,१८,२४; ३४।५६ ३६॥६०. नं० ७६. प०७४
से ६०,३५।११; ३६।२,३,४८,६६,६८ से ७०, जिणसंथव (जिनसंस्तव) द० ५।६३
८२,८४,६०,६२,१०४,१०८,११५,११७,१२४, जिणसासण (जिनशासन) द. ८।२५. उ० २।६;
१२७,१३४,१३६,१४३,१४५,१५५,२४०, १८।१६,३२,४६
२४६,२५७ से २५६. नं० गा० १,१४; सू० जिणिद (जिनेन्द्र) उ० १४१२. नं० गा० २२
१८,७१,८२,८५,१२४,१२५. अनं०२,८,९. जिणित्ताणं (जित्वा) उ० २३॥३६
अ० ६,१६,१७,३०,३७,३८,५३,६०,६१,७७, जिणित्तु (जित्वा) उ०२३।३८
८४,८५,१०२,१०६,११०,२५१,२५२,२५४, जित (चित) द० ८।४८. अनं० ६. अ० १३,३४, २७४,२७५,२६१,२६३,२६५,२६७,३३६, ५७,८१,१०६,५६३,६२३,६३५,६४७,६७३, ४२४,४३१,४३८,४४१,४४५,४६०,५०७,
५१४,५५३,५५७,५५६,५६६,५६७,६०४, जितसत्तु (जितशत्रु) वसा० ५।६
६१७,६२६,६२७,६३८,६३६,६५०,६५१, जिब्भा (जिह्वा) उ० १०।२४; ३२।६२; ३४।१८; ६७६,६७७,७०३,७०४,७०८. दसा० २।३; ३५॥१७. दसा० ६३
६॥३,७; १०।२४ से ३३. प० ७३,७८,८२, जिभिदिय (जिह्वन्द्रिय) नं० ४१,४२,४४,४६,४८
१०१,१३०,१६६. नि० ७१७५; १३॥८; १४। जिभिदियनिग्गह (जिह्वन्द्रियनिग्रह) उ० २६।
२७; १६।४८; १८१५६
जीव (जीव) -जीवइ दचू० २०१५. उ० ७।३. जिभिदियपच्चक्ख (जिह्वन्द्रियप्रत्यक्ष) नं० ५. -जीवामो उ०९।१४ अ० ५१७
जीवंत (जीवत्) उ०१८।१४ जिभिदियलद्धि (जिह्वेन्द्रियलब्धि) अ० २८५ जीवंत (जीवन्त) ५० ५७ जिमिय (जिमित) ५० ६६
जीवत्थिकाय (जीवास्तिकाय) अ० १४८,१४६, जिय (जित) आ०६।११. उ० ५।१६; ७।१७ से २५६,२८८,३२५,३४८,६१७
१६; ६।३६; २३।३६. दसा० १०.१८, प० ४२ जीवत्थिय (जीवास्तिक) अ० ६१७
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org