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________________ ८७६ करित्तए-कसरि २ करित्तए (कर्तुम् ) प २८।१०५ ज ५।२२ ७८,८८,६१,१४७,१६८,१७३,१७५,१८४, करीर (करीर) प ११३७।४ करील १६६,२१२,२१३,४।२७,४६१६६:५७ करेंत (कुर्वत्) ज २१६५ २८,४३ सू २०१७ उ १।१२३; ५॥१८ करेत्तए (कर्तम् ) प ३४।१६,२१ से २४ ज २।६० कलुय (कलुक) प ११४६ उ ३।११५ कलुस (कलुष) ज २।१३१ करेत्ता (कृत्वा) प ३६।६२ ज ११६ सू २११ कलेवर (कलेवर) प ११८४ सू २०११ उ १११६; ३७;४।१३ कल्ल (कल्य) ज ३।१८८ उ ३।४८,५०,५५,६३, करेमाण (कुर्वत्) ज २१६५,७८, ३।२२,२८,३१, ६७,७०,७३,१०६,११८ ३२,३४ से ३६,५४,७८,८६,६३,६६,१०२ कल्लाण (कल्यानी) प ११४१।२ जंगली ३३८ १०६,१११,११३,१३७,१४३,१५६,१६२, कल्लाण (कल्याण) ज १।१३,३०,३३,३६; १६३,१८०,२०४ से २०६,२०८,२०६,२२३ २।१८,६४,६७,४।२ सू १८।२३ उ १११७, उ १।२२,६५,६६,७१,६४,१११,११२,१३८, ४१,४४,५१३६ १४०, ३१५० कल्लाणग (कल्याणक) प २।३०,३१,४१,४६ कल (कल) प ११४५।१ ज २०३७ सालवृक्ष ज ३१६,२२२ कलंकलीभाव (कलंकलीभाव) प २०६४ कल्हार (कल्हार) प ११४६ सफेद कोइ, एक पुष्प कलंबुया (कदम्बक) प ११४६; १५।२,१८ सू ४।३, कवड (कपट) ज २११३३ ४,६,७,६;१६।२२।२,१५,१६।२३ कवय (कवच) प २१६४।२१ ज ११३७, ३।३१, कलकल (कलकल) ज २१६५; ३।२२,३६,७८,६३, ६६.१०६,१६३,१८०, ७.५५,१७८ सू १६।२३ ७७,७६,६६,१००,१०१,१०७,११६,१२४ उ ११३८ उ११३८ कलकुसुम (कलकुसुम) प १७११२५ कवाड (कपाट) प २८,३०,३१,४१ ज ११२४; कलताल (कलताल) ज ३१३१ ३१८३,८५,८८ से ६०,१०२,१५४ से १५७, कलस (कलश) प २।३०,३१ ४१ ज २।१५; १६२,१६७।१२ ३।१७८,२०६४१२८,५५६ से ५८ कविजल (कपिञ्जल) प ११७६ उ ३१५१,५६ कविट्ठ (कपित्थ) प ११३६।१,१६।५५,१७।१३२ कलह (कलह) प २१४१२२।२० ज २१४२,१३३ ज ३।११६७।१७६ कैथ कलहंस (कलहंस) प १७६ ज २०१२ कविट्ठाराम (कपित्था राम) उ ३।४८,५५ कला (कला) ज २१६४७।१३४।१ सू १०।१४२, कविल (कपिल) ज २।१२,६५,१३३ १४७; १२।३० उ ५।१३ कविलय (कपिलक) सू २०१२ राहु का नाम कलाव (कलाप) प २।३०,३१,४१,१५।२६%3 कविसीसग (कपिशीर्षक) ज ३।१४।११४ २१।२५ ज ३७,८८,११७ कविसीसय (कपिशीर्षक) ज ४।११४ कलिंग (कलिङ्ग) प श६३।१ कवोय (कपोत) प १७६ ज २११६ कलिंद (कलिन्द) प ११६४।१ कवोल (कपोल) ज २०१५ कलिय (कलित) प २।३०,३१४१,४८ ज ३।१०, कव्व (काव्य) ज ३।१६७।१० १५,६५, ३१७ १२,१५,२१,२२,२८,३१, कस (कष) ज २६७ ; ३।१०६ ३२१२,,३४ से ३६,४१ ४६,५८,६६,७४,७७, कसरि (दे०) सू १०।१२० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003555
Book TitleUvangsuttani Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1989
Total Pages1178
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size22 MB
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