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पण्णवणासुतं य ८-एते अट्ठ भंगा। सव्वे वि मिलिया सत्तावीसं भंगा भवंति। एवं मणूसाण वि एते चेव सत्तावीसं भंगा भाणियव्वा ।।
८५. एवं मुसावायविरयस्स जाव मायामोसविरयस्स जीवस्स य मणूसस्स य ।
८६. मिच्छादसणसल्लविरए णं भंते ! जीवे कति कम्मपगडीओ बंधति ? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्ठविहबंधए वा एगविहबंधए वा अबंधए वा ।।
८७. मिच्छादसणसल्लविरए णं भंते ! णेरइए कति कम्मपगडीओ बंधति? गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्ठविहबंधए वा जाव पंचेंदियतिरिक्खजोणिए ।।
८८. मणूसे जहा' जीवे । वाणमंतर-जोइसिय-वेमाणिए जहा णेरइए ।
८६. मिच्छादसणसल्लविरया णं भंते ! जीवा कति कम्मपगडीओ बंधति ? गोयमा ! ते चेव सत्तावीसं भंगा भाणियव्वा ॥
१०.मिच्छादसणसल्लविरया णं भंते ! रइया कति कम्मपगडीओ बंधति ? गोयमा ! सव्वे वि ताव होज्ज सत्तविहबंधगा १ अहवा सत्तविहबंधगा य अट्टविहबंधगे य २ अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य ३ । एवं जाव वेमाणिया, णवरं-मणूसाणं जहा जीवाणं ।। किरियाभेय-पदं
६१. पाणाइवायविरयस्स णं भंते ! जीवस्स किं आरंभिया किरिया कज्जति' ? गोयमा ! पाणाइवायविरयस्स जीवस्स आरंभिया किरिया सिय कज्जइ सिय णो कज्जइ॥
६२. पाणाइवाय विरयस्स णं भंते ! जीवस्स परिग्गहिया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! णो इणठे समठे ॥
६३. पाणाइवायविरयस्स णं भंते! जीवस्स मायावत्तिया किरिया कज्जइ? गोयमा ! सिय कज्जइ सिय णो कज्जइ॥
१४. पाणाइवायविरयस्स णं भंते ! जीवस्स अप्पच्चक्खाणवत्तिया किरिया कज्जति? गोयमा ! णो इणठे समठे॥
६५. मिच्छादसणवत्तियाए पुच्छा । गोयमा ! नो इणठे समझें ॥
६६. एवं पाणाइवायविरयस्स मणूसस्स वि। एवं जाव मायामोसविरयस्स जीवस्स मणूसस्स य॥
६७. मिच्छादसणसल्लविरयस्स णं भंते ! जीवस्स किं आरंभिया किरिया कज्जति जाव मिच्छादसणवत्तिया किरिया कज्जति ? गोयमा! मिच्छादसणसल्लविरयस्स जीवस्स आरंभिया किरिया सिय कज्जति सिय नो कज्जति। एवं जाव अप्पच्चक्खाणकिरिया। मिच्छादसणवत्तिया किरिया नो कज्जति ॥
१८. मिच्छादसणसल्लविरयस्स णं भंते ! णेरइयस्स किं आरंभिया किरिया कज्जइ जाव मिच्छादसणवत्तिया किरिया कज्जइ ? गोयमा ! आरंभिया वि किरिया कज्जति जाव अपच्चक्खाणकिरिया वि कज्जति, मिच्छादसणवत्तिया किरिया णो कज्जति । एवं
१.५० २२।८६ । २. कज्जति जाव मिच्छादसणवत्तिया किरिया कजति (क,ख,घ) ।
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