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________________ व्हाण-त? ६३१ Vण्हाण (प्णा) ण्हाणे इ उ ११९७ पहाणेति ज २११०० पहाणेति २०६६ ण्हाणपीढ (स्नानपीठ) ज ३१६,२२२ पहाणमंडव (स्नानमण्डप) ज ३१६,२२२ ण्हाण मल्लियापुड (स्नानमल्लिकापुट) ज ४।१०७ पहाणेत्ता (स्नात्वा) ज २।६६ पहात (स्नात) सू २०१७ व्हाय (स्नात) ज ३५८,६६,७४,७७,८२,८५, १२५,१२६,१४७,१५३ उ ११६,४२,७७, १२१,१२२,१२६; ३।२६,११०,१४१,४।१२, १८,५।१७ ण्हारु (स्नायु) ज २११३३, ३।२४ हाव (स्नापय ,स्नपय्) पहावेइ उ ३।११४ ण्हावेता (स्नपतिा , स्नापयित्वा) ज २११०० त (तत्) प ११ सू ११ उ १११ तइय (तृतीय) प ३।२१, ६।८०१,१५।१४३ ज ३११३५।१४।५६,६७,१४२।३,७।१०८, १५८ चं ४।३ सू १८।३ उ २।२२,३।६८% ४१ तइया (तृतीया) ज ७।१२५ सू १०।१४८,१५० तइविह (ततिविध) प १५५६ तउखंड (पुखण्ड) प १११७४ तउय (त्रपुक) प १।२०।१ तउस (पुस) प ११४८।४८ ज ३।११६ खीरा उसमिजिया (त्रपुसमिञ्जिका) प ११५० उसी (पुसी) प ११४०११ खीरा की लता तए (ततस् ) उ ११४; २।८,३।११:५११३ तओ (तता) ५३४.१ से ३; ३६१७७,६२ उ ३।५१,५३,५४,८६,१०७,११०,१३६; ४१२१ तंजहा (तद्यथा) ११२ तंडव (ताण्डलम्) तंडवति ज ५१५७ तंडुल (तण्डुल) ज ३।१२,८८,१५८ उ ३।५१ तंत (तान्त) उ १५२ तंतवा (तान्त्रवक) प ११५१ तंती (तन्त्री) प २१३०,३१,४१,४६ ज ११४५; २।६५,३८२,१८५ से १८७,२०४,२०६, २१८,५१,१६,७५५,५८,१८४ सू१८।२३; १६।२३,२६ तंतु (तन्तु) ज ३११०६ तंतुवाय (तन्तुवाय) प १९७ तंदुल (तण्डुल) उ ३।५१ तंदुलमच्छ (तण्डुलमत्स्य) प ११५६ तंदुलेज्जग (तन्दुलीय) प ११४४।१ वायविडंग, चोलाई का साग तंब (ताम्र) प १।२०।१२।३१;१७।१२५ ज २।१५,३।१३८।१ तंबकरोडय (ताम्र करोडय') प १७।१२५ तंबखंड (ताम्रखण्ड) प ११७४ तंबच्छिकरण (ताम्राक्षिकरण) प १७।१३४ तंबछिवाडिया (ताम्र छिवाडिया') १७।१२५ तंबिय (ताम्रिक) उ ३।५०,५५ तंस (त्र्यस्र) प २४ से ६१०।१५,१६ तक (तकत्) ज ३१६५,१५६ तक्करबहुल (तस्करबहुल) ज १।१८ तक्कलि (तकिल) प ११४३।१ चक्रमर्द वृक्ष, चकवड तगरमेला (तगरमेला) ज ३।११।३ तगरपुड (तगरपुट) ज ४।१०७ तच्च (तृतीय) प ३।१८३२११६०,३३।१६;३६।६२ ज ७१६२ सू १।१४,१६,१७,२१ उ ११३६, ४०,११५,११६; ३।१,२,२३,५४,६०,६१,७७, ७८,८७,८८,१०८ तच्चा (तृतीया) सू १२।२१ तच्छण (तक्षण) ज २०७० तट्ट (दे०, स्थल) प २८ तट्ठ (त्रस्त) ज ७।१२।२ सू १०१८४१२ तदेवया (त्वष्ट्रदेवता) सू १०८३ तठु (त्वष्ट्र) ज ७।१३०,१८६४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003555
Book TitleUvangsuttani Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1989
Total Pages1178
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size22 MB
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