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सुसिलिट्ठ-सुहुमवणस्सतिकाइय
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सुसिलिट्ट [सुश्लिष्ट] ओ० १६,६३,६४. रा० ३२, सुहिरण्ण [सुहिरण्य] रा०२८
५२,५६,२३१,२४७. जी० ३।३७२,३६३,४०१, सुहिरण्णया [सुहिरण्यका] जी० ३।२८१ ५६६
सुहम [सूक्ष्म] ओ० ४७,१७०,१८२. रा० १६०, सुसील [सुशील] ओ० १६१,१६३
२५६. जी० ३।१३३,३३३,४१७,५९६; सुसुइ [सुश्रुति ] ओ०४६
५।२१ से २३,२५ से २७,३४ से ३६,५१,५२, सुस्सर [सुस्वर] रा० १३५. जी० ३।३०५,५६७, ५७ से ६०; ६६५,६६,६६,१०० ५६८
सुहुमआउ [सूक्ष्माप्] जी० ५।२५ सुस्सरघोस [सुस्वरघोष] रा० १३५. जी० ३।३०५ सुहुमआउकाइय [ सूक्ष्माप्कायिक ] जी० ५।२७,३४ सुस्सरणिग्घोस [सुस्वरनिर्घोष ] जी० ३।५६८ सुहुमआउक्काइय [सूक्ष्माकायिक जी० ११६३,६४ सुस्सरा सुस्वरा] रा० १४
सुहुमकाल | सूक्ष्मकाल जी०६RE सुस्सवण [सुश्रवण | ओ० १६
सुहुमकिरिय [ सूक्ष्मक्रिय ] ओ० ४३ सुस्सूसणाविणय [सुश्रूषणाविनय ] ओ० ४० सुहुमणिओद [सूक्ष्मनि गोद] जी० ५।३८,३६,४४ सुस्सूसमाण [शुश्रूषमाण] ओ० ४७,५२,६६,८३. से ४६,५२,६० रा० ६०,६८७,६६२,७१६
सुहुमणिओदजीव [ सूक्ष्मनिगोदजीव ] जी० ५।५३,
५४,५६,६० सुह [सुख ] ओ० १,२३,२६,५२,१६५।१५,१६,
सुहमणिओय [ सूक्ष्मनिगोद] जी० ५।२१,२२,२५, २२. रा० १५,२७५,२७६,६८३,६६७.
२७,३४,३५ जी० ३।१२६९,४४१,४४२,५६४,६०४,
सुहमणिगोद [ सूक्ष्मनिगोद] जी० ५।४४ ८३८।१३
सुहमणिगोदजीव [सूक्ष्मनिगोदजीव] जी० ५।६० सुह [ शुभ] ओ० ६ से ८,१०. जी० ३।२७५,२७६
सुहुमणिगोय [सूक्ष्मनिगोद] जी० ५।२६,३६ सुहंसुह [सुखंसुख] ओ० १६. रा० ६८६,७११,
सुहुमतेउकाइय [सूक्ष्मतेजस्कायिक ] जी० ५।२५, ८०४. जी० ३१९१७
२७,३६ सुहफास [सुखस्पर्श, शुभस्पर्श] रा० १७,१८,२०,
सुहुमतेउक्काइय [सूक्ष्मतेजस्कायिक ] जी० ११७६, ३२,१२६,१३०,१३७. जी० ३१२८८,३००,
७७; ५॥३४ ३०७,३७२
सुहमनिओग [ सूक्ष्मनिगोद] जी० ५।२४ सुहम्मा [सुधर्मा] रा०७,१२ से १४,२०६,२१०,
__ सुहुमनिओय [ सूक्ष्मनिगोद] जी० ॥३४,३५ २३५ से २३७,२५०,२५१,२७६,३५१,३५६, सुहमनिगोद [सूक्ष्मनिगोद] जी० ५।३४ ३५७,३७६,३९४,३६५,६५७,७६५,७६४,
सुहुमपुढविकाइय [सूक्ष्मपृथ्वीकायिक] जी० ॥१३॥ ८०२. जी० ३।३६७,३६८,४११,४१२,५१६,
१४,५६; ३।१३२,१३३, ५२,३,२४,२५, ५२१ से ५२५,५५६,५५७
२७,३४ सुहलेसा [शुभलेश्या] जी० ३८३८।२६ सुहमपुढवी [ सूक्ष्मपृथ्वी] जी० ॥२७ सुहलेस्सा [शुभलेश्या] जी० ३।८४५
सुहुमवणस्सइकाइय [ सूक्ष्मवनस्पतिकायिक] सुहविहार [सुखविहार] जी० ३।५९४
जी० ११६६,६७; श२७,३४,३६ सुहासण [सुखासन] रा० ७६५,७६४,८०२ सुहुमवणस्सति [सूक्ष्मवनस्पति ] जी० ५।२४ सुहि सुखिन् ] ओ० १६१६,२२
सुहमवणस्ततिकाइय [सूक्ष्मवनस्पतिकायिक ] सुहिय [सुहृद् ] जी० ३१६१३
जी० ५२२५,२७,३६
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