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वीसइमं सतं (छट्ठो उद्देसो)
८२१ ___ छठ्ठद्देसे जाव' से तेणद्वेणं गोयमा ! एवं वुच्चय--पुद्वि वा जाव उववज्जेज्जा,
नवरं-तेहि संपाउणणा, इमेहि आहारो भण्णति, सेसं तं चेव ।। ४४. पुढविक्काइए णं भंते ! इमासे रयणप्पभाए सक्करप्पभाए य पुढवीए अंतरा
समोहए, समोहणित्ता जे भविए ईसाणे कप्पे पुढविक्काइयत्ताए उववज्जि
त्तए ? एवं चेव । एवं जाव ईसीपब्भाराए उववाएयव्वो।। ४५. पुढविक्काइए णं भंते ! सक्करप्पभाए वालुयप्पभाए य पुढवीए अंतरा समोहए,
समोहणित्ता जे भविए सोहम्मे जाव ईसोपभाराए, एवं एतेणं कमेणं जाव तमाए अहेसत्तमाए य पुढवीए अंतरा समोहए समाणे जे भविए सोहम्मे जाव
ईसीपब्भाराए उववाएयव्वो ॥ ४६. पुढविक्काइए णं भंते ! सोहम्मीसाणाणं सणंकुमार-माहिंदाण य कप्पाणं अंतरा
समोहए, सभोहणित्ता जे भविए इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए पुढविक्काइयत्ताए उववज्जित्तए, से णं भंते ! कि पुदिव उववज्जित्ता पच्छा पाहारेज्जा०? सेसं
तं चेव जाव से तेण?णं जाव निक्खेवओ। ४७. पुढविक्काइए णं भंते ! सोहम्मीसाणाणं सणंकुमार-महिंदाण य कप्पाणं अंतरा
समोहए, समोहणित्ता जे भविए सक्करप्पभाए पुढवीए पुढविक्काइयत्ताए उववज्जित्तए० ? एवं चेव । एवं जाव अहेसत्तमाए उववाएयव्वो। एवं सणकूमार-माहिदाण बभलागस्सय कप्पस्सतरा समोहए, समोहणित्ता पूणरवि जाव अहेसत्तमाए उवावाएयव्वो। एवं बंभलोगस्स लंतगस्स य कप्पस्स अंतरा समोहए, पुणरवि जाव अहेसत्तमाए। एवं लंतगरस महासुक्कस्स कप्पस्स य अंतरा समोहए, पुणरवि जाव अहेसत्तमाए। एवं महासुक्कस्स सहस्सारस्स य कप्पस्स अंतरा पुणरवि जाव अहेसत्तमाए। एवं सहस्सारस्स आणय-पाणयकप्पाण य अंतरा पुणरवि जाव अहेसत्तमाए। एवं आणय-पाणयाणं पारणच्चुयाण य कप्पाणं अंतरा पुणरवि जाव अहेसत्तमाए । एवं पारणच्चुयाणं गेवेज्जविमाणाण य अंतरा जाव अहेसत्तमाए। एवं गवेज्जविमाणाणं अणुत्तरविमाणाण य अंतरा पुणरवि जाव अहेसत्तमाए। एवं अणुत्तरविमाणाणं ईसोपब्भाराए य पुणरवि जाव अहेसत्तमाए उववाएयव्वो ॥ आउक्काइए णं भंते ! इभीसे रयणप्पभाए सक्करप्पभाए य पुढवीए अंतरा समोहए, समोहणित्ता जे भविए सोहम्मे कप्पे आउकाइयत्ताए उववज्जित्तए.? सेसं जहा पुढविक्काइयस्स जाव से तेणद्वेणं । एवं पढम-दोच्चाणं अंतरा समोहए जाव ईसीपब्भाराए उववाएयव्वो। एवं एएणं कमेणं जाव तमाए अहेसत्तमाए य पुढवीए अंतरा समोहए, समोहणित्ता जाव ईसीपब्भाराए उववाएयव्वो आउक्काइयत्ताए।
१. भ० १७।६७,६८।
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