________________ छहनाम 155 و سی ام م م ا ر م م औदयिकभाव जीवोदयनिष्पन्न श्रोदयिकभाव अजीवोदय निष्पन्न प्रौदयिकभाव प्रौपशमिकभाव क्षायिकभाव क्षायोपशमिकभाव पारिणामिक भाव सान्निपातिकभाव द्विकसंयोगज सान्निपातिकभाव निकसंयोगज सान्निपातिकभाव चतु:संयोगज सान्निपातिकभाव पंचसंयोगी सानिपातिकभाव सप्तनाम सप्तस्वरों के स्वर स्थान जीवनिश्रित सप्त स्वर प्रजीवनिश्रित सप्त स्वर सप्त स्वरों के स्वर लक्षण-फल सप्त स्वरों के ग्राम और उनकी मूच्र्छताएँ सप्तस्वरोत्पत्ति प्रादि विषयक जिज्ञासाएँ : समाधान गीतगायक की योग्यता गीत के दोष गीत के पाठ गुण गीत के वृत्त-छन्द गीत की भाषा गीतगायक के प्रकार उपसंहार अष्ट्रनाम و م 182 182 187 185 185 ou wo ouorovo-o-~ नबनाम 194 194 वीररस शृगार रस अद्भुतरस रौद्ररस बीडनकरस बीभत्सरस हास्यरस 195 195 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org