________________ परिशिष्ट नन्दीसूत्र-गाथानुक्रम पृष्ठाङ्क 197 104 Kx गाथा अक्खर सम्णो सम्म अड्ढभरहप्पहाणे अनुमानहेउदिट्ठत अस्थमहत्थक्खणि अत्थाणं उग्गहणमि अभए सेट्रिकुमारे अयलपुरा णिक्खते अह सव्वदम्व-परिणाम अंगुलमावलियाणं आगमसत्थरगहणं ईहा अपोह वीमंसा उग्गह ईहाऽवाओ उग्गह एक्कं समय उप्पत्तिया वेणइया उवनोगदिट्टसारा ऊससियं नीससियं एलावच्चसगोतं ओही भवपच्चइओ कम्मरयजलोहविणिग्गय कालियसुय-अणुप्रोगधरा काले चउण्ह वुड्ढी केवलणाणेणध्ये खमए अमच्चपुत्ते खीरमिव जहा हंसा गुणभवणगहण गुणरयणुज्जलकडयं गोविंदाणं पि णमो বৃত্তান্তু মাথা 206 चत्तारि दुवालस अट्ठ 15 चलणाहण आमंडे 104 जगभूयहियपगब्भे 16 जच्चंजणधाउसम 143 जयइ जगजीवजोणि 104 जयइ सुप्राणं पभवो 14 जसभद्दतुगियं वंदे 68 जावतिया तिसमयाहारगस्स 37 जा होइ पगइ महरा 206 जीवदयासुदरकंदर 144 जे अन्ने भगवंते 43 जेसि इमो अणुप्रोगो 143 णाणम्मि दंसणम्मि य 72 णाणवररयणदिप्पंत 102 णिव्वुइपहसासणयं 147 तत्तोय भूयदिन्नं 12 तत्तो हिमवंत महंत 42 तवनियमसच्चसंजम 6 तवसंयममयलंछण 14 तिसमुद्दखायकित्ति 38 दस चोद्दस अट्टष्टु 66 नगर-रह-चक्क-पउमे 104 न य कत्थइ निम्मामो 22 निमित्ते अत्थसत्थे य 4 नियमूसिय कणग नेरइयदेवतित्थंकरा 15 पढमेत्थ इंदभूई mrHNNY bur mmsxxurur m7 0 4NSror Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org