________________ ॐ अर्ह जिनागम ग्रन्थमाला : प्रन्थांक-२९ [परम श्रद्धय गुरुदेव पूज्य श्री जोरावरमलजी महाराज की पुण्यस्मृति में आयोजित श्रुतस्थविरप्रणीत-उपाङ्गसूत्रद्वय सूर्यप्रज्ञप्ति-चन्द्रप्रज्ञप्ति [मूलपाठ, प्रस्तावना तथा परिशिष्ट युक्त] सन्निधिउपप्रवर्तक शासनसेयो स्व० स्वामी श्री ब्रजलालजी महाराज प्राद्य संयोजक तथा प्रधान सम्पादक [] स्व० युवाचार्य श्री मिश्रीमलजी महाराज 'मधुकर' सम्पादक। मुनि श्री कन्हैयालालजी 'कमल' मुख्य सम्पादक / पं. शोभाचन्द्र भारिल्ल प्रकाशक 0 श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर (राजस्थान) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org